Diwali 2022 : पारंपरिक चाक को लगे तकनीकी पंख
डंडे व हाथ के सहारे चलने वाली चाक अब बिना मेहनत के फर्राटा भर रही है. कूलर के बराबर बिजली की खपत से बनाई गई चाक को तकनीक के पंख लगे तो कुम्हारों की जिंदगी में बदलाव का सफर चल पड़ा है. प्रयागराज के राम नरेश प्रजापति द्वारा बनाई गई .
Diwali 2022 : इस विद्युत चालित चाक की कीमत बाजार में मिलने वाली चाक से तीन हजार रुपये कम है. 18,000 रुपये में बाजार में चाक मौजूद है , लेकिन यह चाक 15,000 में तैयार हो जाती है. यही नहीं बाजार की चाक से बनने वाला कुल्हड़ सामान्य होता है , लेकिन इस चाक से डिजाइनर कुल्हड़ बनाया जा सकता है. कम मेहनत में अधिक मुनाफा देने वाली यह चाक अब कुम्हारों के लिए वरदान बन गई है. सामान्य चाक से कई गुणा अधिक उत्पादन…