द नज अपनी Asha Kiran Yojana के तहत Corona से प्रभावित 5 लाख परिवारों को रोजगार से लेकर इन मामलों में पहुंचाएगी मदद, अगले 5 वर्ष में करेगी 200 करोड़ का निवेश
Asha Kiran Yojana, Uttar Pradesh News: द/नज सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट ने घोषणा की है कि वह अपनी आशा किरण योजना के तहत अगले 3-5 वर्षों में 200 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेगी. दरअसल, यह योजना कोविड से प्रभावित 5 लाख परिवारों को जरूरत की सामग्री व उनके आजीविका संबंधी समस्याओं पर ध्यान देगा.
Asha Kiran Yojana, Uttar Pradesh News: द/नज सेंटर फॉर रूरल डेवलपमेंट ने घोषणा की है कि वह अपनी आशा किरण योजना के तहत अगले 3-5 वर्षों में 200 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश करेगी. दरअसल, यह योजना कोविड से प्रभावित 5 लाख परिवारों को जरूरत की सामग्री व उनके आजीविका संबंधी समस्याओं पर ध्यान देगा.
क्या है आशा किरण योजना?
दरअसल, आशा किरण दमोह प्रोजेक्ट है जो पूर्व में कोविड-19 से प्रभावित ग्रामीणों की मदद करता है. यह बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, द रॉकफेलर फाउंडेशन, द स्कोल फाउंडेशन, हिंदुस्तान यूनिलीवर फाउंडेशन, फिक्की आदित्य बिरला, सीएसआर सेंटर फॉर एक्सीलेंस, एचटी पारेख फाउंडेशन, गोदरेज, आरबीएल बैंक, केपीएमजी समेत अन्य द्वारा समर्थन प्राप्त संस्था है.
कहां-कहां काम कर चुकी है ये संस्था?
सबसे पहले आशा किरण योजना के तहत उत्तर प्रदेश व आसपास के पड़ोसी इलाकों में काम किया गया. वहीं द/नज के अध्यक्ष आशीष करमचंदानी की मानें तो इस योजना के तहत पिछले 3 वर्षों से झारखंड राज्य में भी बढ़-चढ़कर काम किया जा रहा है. जिनमें 110 गांव के वंचित समुदायों को आजीविका निर्माण भी करावाया जा रहा है.
कोरोना की पहली लहर के बाद से ही उत्तर प्रदेश की सरकार के साथ बड़े पैमाने पर पायलट परियोजना चलायी जा रही है. यहां के 7 जिलों में यह संस्था काफी सक्रिय है. इस योजना के तहत करीब 80 हजार से अधिक परिवार को खाद्य, आय व रोजगार संबंधी लाभ पहुंचाए गए है.
क्या-क्या काम करती है आशा किरण योजना?
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इस योजना के तहत ग्रामीणों को मनरेगा एवं पी एस इनपुट वितरण एवं किचन गार्डन तक पहुंच बनवाने का कार्य किया जा रहा है
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गरीबों को आजीविका संबंधी समस्याएं दूर करवाने का प्रयास किया जा रहा है.
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खाद्य सुरक्षा पहुंचाने का काम किया जा रहा है
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आय सुरक्षा पहुंचाने का काम किया जा रहा है
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लाभकारी फसलों का उत्पादन क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है
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उनका बाजार में उचित मुल्य दिलवाने का प्रयास करवाया जा रहा
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इसके अलावा बकरी पालन एवं बैकयार्ड पोल्ट्री जैसे अन्य स्रोत डेवलप करने का प्रयास किया जा रहा है.
किसने क्या कहा इस योजना के बारे में
उत्तर प्रदेश सरकार के ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग में अतिररक्त मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की मानें तो उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम जारी है. ऐसे में आशा किरण योजना की भागीदारी भी काफी अहम होगी.
बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के कंट्री डायरेक्टर, हरी मैनन की मानें तो कोविड-19 महामारी के बाद ग्रामीणों में जो आर्थिक तंगी उत्पन्न हुई है, उससे निकालने के लिए यह योजना काफी लाभकारी है. विशेष रूप से महिलाओं की आजीविका के पुनर्निर्माण कर रही है.
Posted By: Sumit Kumar Verma