ठगों ने PM Modi के वाराणसी ऑफिस को बेचने का ही बना दिया प्लान, OLX पर फोटो डालकर रख दी इतनी कीमत
भारत में अकेला नटवर लाल उर्फ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव जैसा ही ठग पैदा नहीं हुआ, जिसने देश के संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लालकिला और ताजमहल तक को बेचने का कारनामा किया. आज भी देश में एक से एक बढ़कर ऐसे ठग हैं, जो अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के दफ्तर को ही बेचने के लिए उसकी फोटो ओएलएक्स पर डाल दे रहे हैं और उसकी कीमत करोड़ों रुपये रख दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सामने आया है.
वाराणसी : भारत में अकेला नटवर लाल उर्फ मिथिलेश कुमार श्रीवास्तव जैसा ही ठग पैदा नहीं हुआ, जिसने देश के संसद भवन, राष्ट्रपति भवन, लालकिला और ताजमहल तक को बेचने का कारनामा किया. आज भी देश में एक से एक बढ़कर ऐसे ठग हैं, जो अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक के दफ्तर को ही बेचने के लिए उसकी फोटो ओएलएक्स पर डाल दे रहे हैं और उसकी कीमत करोड़ों रुपये रख दे रहे हैं. ऐसा ही एक मामला पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सामने आया है.
मीडिया की खबरों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र के कुछ ठगों ने उनके वाराणसी स्थित संसदीय कार्यालय को ही बेचने का विज्ञापन बाकायदा फोटो समेत जारी कर दिया. ठगों द्वारा यह विज्ञापन सामान की ऑनलाइन खरीद-बिक्री करने की सुविधा देने वाली वेबसाइट ओएलएक्स (OLX) पर पोस्ट कर दिया.
पीएम के संसदीय कार्यालय की कीमत 7.5 करोड़
दिलचस्प बात यह है कि इन ठगों ने ओएलएक्स पर पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय की कीमत 7.5 करोड़ रुपये लिस्ट किया. फर्जी विज्ञापन पोस्ट करने के इस मामले में शुक्रवार की सुबह पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया. चारों ठगों से वाराणसी के भेलूपुर थाने में पूछताछ की जा रही है. पुलिस के अनुसार, जल्द ही इस मामले का खुलासा किया जाएगा. ओएलएक्स के अनुसार, पीएम मोदी के संसदीय कार्यालय को बेचने का विज्ञापन लक्ष्मीकांत ओझा नाम से पोस्ट की गई थी.
विज्ञापन में दी गई यह जानकारी
ओएलएक्स पर प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय की फोटो के साथ 7.5 करोड़ रुपये में इसकी बिक्री का विज्ञापन पोस्ट किया गया था. विज्ञापन में बताया गया था कि यह प्रॉपर्टी हाउसेज एंड विला, चार बेडरूम और बाथरूम के साथ आता है. इसका बिल्डअप एरिया 6500 वर्ग फुट और दो मंजिल भवन में दो कार पार्किंग के साथ ही नार्थ ईस्ट फेसिंग है. इसके साथ ही, प्रोजेक्ट का नाम पीएमओ कार्यालय वाराणसी लिखा गया था.
विज्ञापन वायरल होने के बाद हरकत में आई पुलिस
गुरुवार को प्रधानमंत्री के संसदीय कार्यालय के बेचे जाने वाला विज्ञापन जब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, तब पुलिस हरकत में आई और अब 4 लोगों को इस संबंध में गिरफ्तार किया गया है. वाराणसी के एसएसपी अमित पाठक ने बताया कि ओएलएक्स द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. इसके साथ ही, मोबाइल नंबर की मदद से चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. जल्द ही चारों की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दी जाएगी.
Posted By : Vishwat Sen