झारखंड में 100 करोड़ की सड़क का ऐसा हुआ हाल

बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटते झारखंड के गढ़वा जिला में एक साल पहले 100 करोड़ रुपये की लागत से एक सड़क का निर्माण शुरू हुआ था. योजना के तहत बंशीधर नगर से धुरकी वाया अंबाखोरया सड़क का चौड़ीकरण भी होना था. इसके निर्माण को वित्तीय वर्ष 2019-20 में स्वीकृति दी गयी थी. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका ऑनलाइन शिलान्यास किया था. धुरकी प्रखंड के पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) को इस काम को करना था.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2020 6:12 PM

धुरकी (अनूप जायसवाल) : बिहार, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा से सटते झारखंड के गढ़वा जिला में एक साल पहले 100 करोड़ रुपये की लागत से एक सड़क का निर्माण शुरू हुआ था. योजना के तहत बंशीधर नगर से धुरकी वाया अंबाखोरया सड़क का चौड़ीकरण भी होना था. इसके निर्माण को वित्तीय वर्ष 2019-20 में स्वीकृति दी गयी थी. सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका ऑनलाइन शिलान्यास किया था. धुरकी प्रखंड के पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (पीडब्ल्यूडी) को इस काम को करना था.

सड़क निर्माण के लिए संवेदक ने अंबाखोरया गांव में सड़क के बगल में गिट्टी गिराया था. कुछ तकनीकी कारणों से सड़क निर्माण का काम उस वक्त बंद कर दिया गया. और इसके बाद अब तक निर्माण का काम शुरू ही नहीं हुआ. एक साल बीत गये, लेकिन सड़क किनारे गिराये गये गिट्टी अब तक वैसे ही पड़े हैं. लोगों की सहूलियत के लिए सड़क बनाया जाना था, लेकिन इसी सड़क की वजह से आज लोग परेशान हैं.

इस मार्ग से गुजरने वाले वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. हल्की बारिश में ही कई बार बाइक सवार अनियंत्रित होकर गिर जाते हैं. इससे गांव के लोगों में काफी आक्रोश है. इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि सड़क किनारे पड़ी इन गिट्टियों के ढेर की वजह से कई बार दुर्घटना हो चुकी है. अगर इसे नहीं हटाया गया, तो कई और लोगों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ेगा.

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ग्रामीणों ने कहा कि बगल में एक प्राइवेट स्कूल है और एक सरकारी स्कूल भी है. गिट्टियों के ढेर की वजह से स्कूल आने वाले बच्चों को भी दिक्कत होती है. अभिभावकों को चिंता सताती रहती है कि किसी तरह उनके बच्चे सकुशल स्कूल पहुंच जायें और फिर वहां से घर लौट आयें. स्थानीय लोगों को तो इस रास्ते से आने-जाने में भी डर लगता है. लेकिन, मजबूरी है.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि इस सड़क की लंबाई 24 किलोमीटर थी. अगर योजना के मुताबिक, यह सड़क बन गयी होती, तो इस मार्ग पर आवागमन सुगम हो जाता. वाहन चालकों को काफी सहूलियत होती. वहीं, बंशीधर नगर धुरकी वाया अंबाखोरया सड़क से गंडई मेराल गढ़वा जाने में भी आसानी हो जाती. लेकिन, सरकार की एक अच्छी योजना के पूरा नहीं होने की वजह से, लोग परेशान हो गये हैं.

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इस संबंध में धुरकी के पीडब्ल्यूडी के कार्यपालक अभियंता से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि तकनीकी कारणों से फिलहाल सड़क का निर्माण कार्य बंद है. सड़क पर गिरायी गयी गिट्टी को जल्द हटा लिया जायेगा.

Posted By : Mithilesh Jha

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