Aligarh News: एक ओर जहां पुलिस जनता को ऑनलाइन ठगी के बारे में जागरूक कर रही है, वहीं अलीगढ़ समेत 2 दर्जन जनपदों के 100 से अधिक थाना प्रभारियों को एक गिरोह ने ठगने का प्रयास किया और कुछ मामलों में ठग भी लिया. ऐसे ही एक गिरोह के 3 शातिरों को अलीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बताया कि उनका एक संगठित गिरोह है, जो अलग-अलग शहरों से जगह बदल- बदल कर ऑपरेट किया जाता है. गिरोह के सदस्य पुलिस अधिकारी,थाना प्रभारियों के सीयूजी नंबर पर बात करते हैं, उन्हें चोरी की गाड़ियों की बरामदगी के लिए अलग-अलग खातों में गाड़ी में तेल डालने के लिए धोखाधड़ी से पैसे डलवा लेते हैं. कई बार मौके के अनुसार नकद भी प्राप्त कर लेते हैं. पिछले 2 माह में गिरोह ने 2 दर्जनों से अधिक जनपदों में 100 से अधिक थाना प्रभारियों से अपने गूगल पे नंबर पर 4000 से 5000 रुपए ट्रांसफर कराने के लिए कॉल किये थे.
गिरोह फर्जी आईडी बनाकर रखते हैं, जिनसे सिम खरीदते हैं, पैसा मिलने के बाद सिम तोडकर फेंक देते हैं. किसी भी जरुरतमंद गरीब, मजदूर को शराब या रुपये का लालच देकर उसकी आईडी ले लेते हैं तथा उसकी आईडी से खाता खुलवाकर, उसके खाते में फर्जी नंबर अपडेट कर देते हैं, जिससे खाते के एटीएम कार्ड व अन्य सुविधा मिल जाती है, जिसमें ठगी का धन आता है.
अलीगढ़ में थानाध्यक्ष जवां को आये कॉल पर भनक लगते ही एसएसपी ने ट्रेप बिछाकर टीमें गठित की. एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत के निर्देशन, सीओ नगर प्रथम अशोक कुमार के पर्यवेक्षण में थाना देहलीगेट पुलिस एवं सर्विलांस टीम द्वारा 3 शातिर नितिन उर्फ निखिल शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी ग्राम जैनपुर, थाना कोतवाली देहात, जनपद बुलन्दशहर, आशीष उर्फ आशु पुत्र दिनेश यादव निवासी ग्राम बेगमपुर रोहिणी, सैक्टर 22 थाना बेगमपुर, नई दिल्ली और मोनू पुत्र बलबीर सिंह निवासी ग्राम बराल, थाना गुलावठी, बुलन्दशहर को खैर रोड पर स्थित कब्रिस्तान के पास से गिरफ्तार किया.
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए 3 ठगों से 7100 रुपये, 3 मोबाईल, 5 फर्जी सिम कार्ड, 1 सूची टारगेटिड मोबाईल नम्बर, 5 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए हैं.
रिपोर्ट- चमन शर्मा