केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और एमएलए पल्लवी पटेल के समर्थकों में ट्विटर पर जंग, जानें क्या है मामला?
विधायक डॉ. पल्लवी पटेल के ट्विटर के बाद उनके समर्थक डॉ.सोनेलाल पटेल की जयंती पर शत शत नमन करने के साथ ही सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं. ट्विटर पर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने लिखा है कि सही कहा बहन, तो वहीं इंद्रजीत ने पल्लवी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं.
Bareilly News: अपना दल के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं संस्थापक स्वर्गीय डॉ. सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर उनकी दोनों बेटियों के समर्थकों में सोशल मीडिया पर जंग छिड़ गई है. उनकी फूलपुर जनपद की सिराथू विधानसभा से विधायक पुत्री डॉ. पल्लवी पटेल ने पिता के परिनिर्वाण दिवस पर यानी कुछ घंटे पहले ही जस्टिस फॉर डॉ.सोनेलाल पटेल के नाम से ट्वीट किया था. इसमें लिखा है कि डॉ. साहब हम शर्मिंदा हैं, आपके कातिल जिंदा हैं.
दोनों बहनों के समर्थक ट्विटर पर जंग लड़ रहेविधायक डॉ. पल्लवी पटेल के ट्विटर के बाद उनके समर्थक डॉ.सोनेलाल पटेल की जयंती पर शत शत नमन करने के साथ ही सीबीआई जांच कराने की मांग कर रहे हैं. ट्विटर पर शैलेंद्र प्रताप सिंह ने लिखा है कि सही कहा बहन, तो वहीं इंद्रजीत ने पल्लवी संघर्ष करो, हम तुम्हारे साथ हैं. रोहित यादव ने केंद्रीय मंत्री पर आरोप लगाया कि सत्ता में मलाई चाप रहीं अनुप्रिया पटेल केंद्र सरकार में शामिल होने के बाद भी न्याय नहीं दिला पा रही हैं तो वही पवन सिंह ने ‘क्या पता उन्हीं का हाथ हो’ लिखकर बवाल खड़ा कर दिया. पवन सिंह के ट्वीट के बाद अनुप्रिया पटेल समर्थकों ने तमाम टिप्पणियां की. इससे दोनों बहनों के समर्थक ट्विटर पर जंग लड़ रहे हैं.
बरेली में स्वर्गीय डॉ. सोनेलाल पटेल के परिनिर्वाण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ था. इसमें केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल शामिल हुई थीं. उन्होंने पिता के बताए रास्ते पर चलने के साथ ही 2024 के चुनाव को लेकर तैयार रहने के निर्देश कार्यकर्ताओं को दिए. वहीं अपना दल कृष्णा गुट की पल्लवी पटेल ने पिता डॉ. सोनेलाल पटेल को श्रद्धांजलि देने के बाद जस्टिस फॉर सोनेलाल पटेल के नाम से ट्विटर पर ट्वीट किया. इसके बाद ही दोनों बहनों के समर्थक ट्विटर पर भिड़ रहे हैं. केंद्र सरकार के साथ ही बहन अनुप्रिया पटेल पर हमलावर हैं. यह मामला शांत नहीं हो रहा है. ट्विटर पर डॉ.सोने लाल पटेल के मामले की जांच को लेकर की भी मांग की.
हादसे या हत्या में उलझी है मौतडॉ. सोने लाल पटेल की 17 अक्टूबर 2009 को कानपुर के नवाबगंज थाने के कंपनी बाग चौराहे के पास एक बेकाबू कार ने उनकी कार में जोरदार टक्कर मार दी थी. वे दोस्तों और सहयोगियों को दीपावली की बधाई देने जा रहे थे. इस टक्कर के बाद उनकी कार अनियंत्रित होकर एक दीवार से टकरा गई. वह कार में ही बेहोश हो गए थे. परिजनों ने डॉ. पटेल को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया था. मगर डॉक्टर्स की काफी कोशिशों के बाद भी उन्हें बचाया नहीं जा सका था. अब उसी घटना की सीबीआई जांच की मांग हो रही है.
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