Gorakhpur News : उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को बड़ी कामयाबी मिली है. एसटीएफ ने ऐसे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो किराए के मकान में फेक टेलीफोन एक्सचेंज चला रहे था. आरोपियों के नाम अरबाज और आरिफ खान है. दोनों युवक देवरिया जिले के रहने वाले बताए जा रहे हैं.
दरअसल, जिले के कोतवाली इलाके में फेक टेलीफोन एक्सचेंज रैकेट चलाए जाने के बारे में गोरखपुर एसटीएफ प्रभारी सत्य प्रकाश सिंह को जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर पड़ताल की गई तो चौंकाने वाला खुलासा हुआ. पता चला कि बांग्लादेश से इस फर्जी टेलीफोन एक्सचेंज के काम का संचालन किया जा रहा था, जिसका सरगना केटी नाम का शख्स है. वह कूरियर के जरिए सिंगापुर के 100 के करीब सिम बॉक्स भेजे थे.
जानकारी के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों के खाते में 15 पैसे पर मिनट के कमीशन पर बैंक अकाउंट में पैसे भेजे जा रहे थे. एसटीएफ ने छापेमारी के दौरान आरोपियों के पास से करीब 100 इंटरनेट शेयर स्लॉट का सिम बॉक्स, 69 नेट सेटर, 24 सिम कार्ड और 2 लैपटॉप बरामद किए हैं.
एसटीएफ ने जब अरबाज से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके गांव (तरकुलवा थाना क्षेत्र स्थित कौलाचक गांव) का आरिफ कुवैत में वेल्डर का काम करता था. उसने केटी से व्हाट्सएप कॉल के जरिए बात कराई थी. केटी ने अरबाज को बताया था कि वह सिम बॉक्स के माध्यम से लोगों को बांग्लादेश, पाकिस्तान और अन्य खाड़ी देशों में बात कराकर काफी पैसा कमा सकता है. प्रति मिनट के हिसाब से उसे15 पैसा मिलता था.
दिसम्बर 2019 में केटी ने अरबाज के पते पर सिम बॉक्स और अन्य सेटअप को कूरियर के माध्यम से सिंगापुर से भेजा था. अरबाज विजय चौराहा गैस गोदाम गली में किराये के मकान में रहता था. एसटीएफ के मुताबिक, करीब डेढ़ साल से यह गिरोह सक्रिय था. एसटीएफ ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली थाने में मामला दर्ज कराया है .
Posted by : Achyut Kumar