खुद की बुनी जाल में फंसा मौलाना साद, दो रिश्तेदार मिले कोरोना पॉजिटिव
तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद के दो करीबी रिश्तेदार कोरोना पॉजिटिव मिले हैं
लखनऊ : तबलीगी जमात के मुखिया मौलाना मोहम्मद साद के दो करीबी रिश्तेदार कोरोना वायरस पॉजिटिव मिले हैं. न्यूज एंजेसी ANI के अनुसार सहारनपुर के डीएम अखिलेश सिंह ने इस बात की जानकारी दी है कि मौलाना साद (तब्लीगी जमात के प्रमुख) के दो करीबी रिश्तेदारों का COVID-19 टेस्ट पॉजिटिव आया है.
Two close relatives of Maulana Saad (Chief of Tablighi Jamaat) have been tested positive for #COVID19. They are in hospital now: Saharanpur DM Akhilesh Singh (15.4) pic.twitter.com/12tJEseYFE
— ANI UP (@ANINewsUP) April 16, 2020
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण का सबसे बड़ा खतरा निजामुद्दीन मरकज बना और जमातियों के प्रमुख मौलाना मुहम्मद साद प्रशासन की नजर में आ गये. साद सहित 7 अन्य लोगों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने केस दर्ज किया है. निजामुद्दीन स्थित मरकज के मौलाना साद 31 मार्च को मुकदमा दर्ज होने के बाद से दिल्ली पुलिस की पकड़ से बाहर हैं. उत्तर प्रदेश के शामली स्थित उनके पैतृक निवास कांघला से लेकर सहारनपुर स्थित उनके ससुराल तक पुलिस ने दबिश दी लेकिन साद का सुराग अभी नहीं मिला. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में निजामुद्दीन और जाकिर नगर के घर पर भी उनकी तलाशी हुई लेकिन वह जांच एजेंसी के हाथ नहीं लगे. मामले में आरोपी बनाये गये उनके छह साथियों के बारे में भी पुलिस अबतक कुछ जानकारी एकत्रित नहीं कर पायी है.
तबलीगी जमात के नेता मौलाना साद कंधावली अपने क्वारंटाइन की अवधि खत्म होने के बाद जांच में शामिल होंगे. उनके वकील ने यह जानकारी पिछले दिनों दी थी. आपको बता दें कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने निजामुद्दीन के थाना प्रभारी द्वारा दी गयी थी और एक शिकायत पर मौलवी सहित सात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. थाना प्रभारी ने लॉकडाउन के आदेशों का कथित उल्लंघन करने और कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने से रोकने के लिये सामाजिक मेलजोल से दूरी नहीं रखते हुए यहां एक धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किये जाने के सिलसिले में यह शिकायत की थी.
गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस बहुत तेजी से पांव पसार रहा है. पिछले सात दिनों में कोरोना के मामले दोगुने हो गये हैं. अब तक देश के 387 जिले कोरोना की चपेट में हैं. इनमें से 170 जिले हॉटस्पॉट हैं, जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसके अलावा 207 ऐसे जिले हैं, जो हॉटस्पॉट तो नहीं हैं, लेकिन संक्रमण की वृद्धि दर को देखते हुए ये जिले संभावित हॉटस्पॉट की श्रेणी में रखे जा सकते हैं. इनमें से नौ ऐसे जिले हैं, जहां संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने की आशंका है.