कानपुर में थाने के अंदर BJP नेता की पिटाई, कार्रवाई को लेकर कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन, 2 दारोगा लाइन हाजिर
Kanpur News: कानपुर में थाने के अंदर बीजेपी नेता की पिटाई का वीडियो वायरल होते ही कार्रवाई की मांग को लेकर कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया. मामला बढ़ता देख पुलिस ने बर्रा चौकी प्रभारी समेत दो दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है.
Kanpur News: कानपुर में शिकायत लेकर थाने पहुंचे भाजपा नेता की पुलिसकर्मियों ने पिटाई कर दी. मारपीट का ये वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. मामले की जानकारी लगते ही भाजपा कार्यकर्ता थाने पहुंचे गए. गुस्साए कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया और नारेबाजी करने लगे. साथ ही पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग को लेकर अड़े रहे. मामला बढ़ता देख पुलिस ने बर्रा चौकी प्रभारी समेत दो दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया है.
पुलिसकर्मियों ने पीड़ित पर लगाया गांजा बेचने का आरोप
दरअसल, बर्रा के डी ब्लॉक में भाजयुमो नेता सचिन तिवारी की चाय और मैगी की दुकान है. सचिन का कहना है कि शुक्रवार कि देर शाम को दुकान के बगल में दो युवक नशा कर रहे थे. सचिन ने जब उनका विरोध किया तो युवको ने पथराव कर दिया. घटना की सूचना पर दो सिपाही मौके पर पहुंचे और पीड़ित पर ही गांजा बेचने का आरोप लगाने लगे. ये देख सचिन ने वीडियो बना लिया, तो सिपाहियों ने मोबाइल छीन लिया और उसे थाने ले गए.
पीड़ित की शिकायत पर भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे थाने
नशेड़ी युवकों की शिकायत लेकर भाजपा कार्यकर्ता पूतु अवस्थी और शिवम शुक्ला थाने गए, जहां मौजूद बर्रा चौकी प्रभारी आनन्द पांडे और दरोगा आशीष ने पूतु पर थप्पड़ मारने शुरू कर दिए, जिसका वीडियो बनाकर भाजपा कार्यकर्ता ने भाजयुमो के दक्षिण अध्यक्ष अंकित गुप्ता को भेज दिया.
युवक की पिटाई के बाद 2 दर्जन कार्यकर्ता पहुंचे थाने
बया दें कि वीडियो देखकर अंकित गुप्ता, जिला मंत्री अविनाश राजपूत समेत 2 दर्जन कार्यकर्ता थाने पहुंच गए और घेराव कर नारेबाजी करने लगे. कार्यकर्ताओं यहां काफी समय तक दोनों दारोगाओं को निलंबित करने की मांग करते रहे. कार्यकर्ताओं ने थाने में 2 घंटे तक नारेबाजी की, जिसके बाद नौबस्ता और बाबूपुरवा एसीपी के साथ ही सर्किल का फोर्स मौके पर पहुंच गया, और फिर कार्यकर्ता और अधिकारियों के बीच घंटों बातचीत होती रही.
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एसीपी नौबस्ता को सौंपी गई मामले की जांच
पुलिस के काफी समझाने बुझाने के बाद भी कार्यकर्ता अपनी मांग पर डटे रहे. आखिर में कानपुर के डीसीपी प्रमोद कुमार ने दोनों दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया. उसके बाद कहीं जाकर कार्यकर्ता शांत हुए. वहीं पूरे मामले में डीसीपी साउथ प्रमोद कुमार का कहना है कि पुलिस का किसी व्यक्ति पर हाथ उठाना गैर कानूनी है. दोनों दारोगा को लाइन हाजिर कर दिया गया हैं. मामले कि जांच एसीपी नौबस्ता को सौंपी गई है.