पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बंगाल के दो लोगों की मौत, काशी विश्वनाथ गलियारा क्षेत्र में हुए हादसे में गयी जान, पीड़ित परिवारों से आज मिलेंगे फिरहाद हकीम

मृतकों के परिवारों को बंगाल सरकार दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये देगी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 2, 2021 10:15 AM
an image

कोलकाता/वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में पश्चिम बंगालके दो लोगों की मौत हो गयी. काशी विश्वनाथ गलियारा क्षेत्र में हुए हादसे में इन दो लोगों की जान चली गयी. दरअसल, निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ गलियारा क्षेत्र में मंगलवार सुबह दो मंजिली एक इमारत का हिस्सा गिर जाने से दो मजदूरों की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गये. ये सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के निवासी थे.

पीएम मोदी ने इस संबंध में वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा से फोन पर बातचीत कर घटना की जानकारी ली और पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. जिलाधिकारी ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री ने घटना में मारे गये लोगों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया.

प्रधानमंत्री ने सभी घायलों को उचित चिकित्सा सुविधा प्रदान करने का भी निर्देश दिया. मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुनील वर्मा ने कहा कि जान गंवाने वाले मजदूरों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिये जायेंगे.

Also Read: खून से लथपथ बंगाल: चुनाव परिणाम के बाद 37 भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्‍या हुई, दिलीप घोष का दावा

तृणमूल कांग्रेस की सांसद मौसम बेनजीर नूर ने कहा कि यह हादसा रात साढ़े तीन बजे हुआ, जब मजदूर एक पुराने भवन में सो रहे थे. उन्होंने कहा कि हादसे में जान गंवाने वाले मजूदरों की पहचान मोइज्जम मोमिन और अमीनुल मोमिन के रूप में हुई है. मौसम नूर ने कहा कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर वरिष्ठ मंत्री फिरहाद हकीम बुधवार को उन मजदूरों के परिवारों से मिलेंगे, जिनकी इस हादसे में मौत हुई है.


बंगाल सरकार मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये देगी

मालदा के अतिरिक्त जिलाधिकारी मृदुल हल्दर ने बताया कि मृतकों के परिवारों को पश्चिम बंगाल सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये दिये जायेंगे. काशी विश्वनाथ गलियारा प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी परियोजना है.

Also Read: 25 जून के बाद कच्चे जूट का स्टॉक नहीं रख पायेंगे बंगाल के व्यापारी, जानें पूरा मामला

Posted By: Mithilesh Jha

Exit mobile version