Muzaffarnagar News: उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में इन दिनों अग्निवीर रैली भर्ती में रोज लाखों युवा शामिल होने पहुंच रहे हैं. ऐसे में सेना की खुफिया एजेंसी भी भर्ती में शामिल होने वालों पर कड़ी नजर बनाए हुए है. ताजा मामला मुजफ्फरनगर जिले का है, जहां फर्जी दस्तावेजों (fake documents) के आधार पर अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लेने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस ने बताया कि, बुधवार को सेना की खुफिया इकाई की मदद से कमल सिंह और महकर सिंह नामक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. उन्होंने बताया कि दोनों पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर अग्निवीर सैन्य भर्ती प्रक्रिया में हिस्सा लिया. मामले की गहराई से जांच की जा रही है. पुलिस ने बृहस्पतिवार को दोनों युवकों की गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी दी.
दरअसल, इससे पहले आगरा के आनंद इंजीनियरिंग कॉलेज में चल रही अग्निवीर भर्ती प्रक्रिया में फर्जी कागजों के आधार पर भर्ती देखने आये 94 अभ्यर्थियों को पकड़ लिया गया. इन सभी के दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई गई थी. लेकिन आर्मी ने सभी अभ्यर्थियों को चेतावनी देकर छोड़ दिया. सेना भर्ती कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 94 मामलों में से 38 अभ्यर्थी ऐसे थे जिनके आधार कार्ड में बदलाव किया गया था. उन्होंने अपने आधार कार्ड में अपनी उम्र को 4 से 5 साल कम कर लिया था, क्योंकि वह भर्ती में ओवरऐज हो चुके थे. वहीं कुछ अभ्यर्थी ऐसे थे जिनके निवास प्रमाण पत्र भी बदले गए थे. वहीं उनकी मैट्रिक की मार्कशीट और जन्मतिथि के साथ भी छेड़छाड़ की गई थी.
आर्मी इंटेलिजेंस द्वारा पकड़े गए अभ्यर्थियों ने फर्जीवाड़े की बात भी स्वीकारी और लिखित में माफी मांगी व भविष्य में ऐसा ना करने की बात कही. तब जाकर कहीं आर्मी ने उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया. सेना भर्ती कार्यालय के निदेशक कर्नल सुदेश भांगरा ने बताया कि, भर्ती प्रक्रिया में कड़ी सतर्कता और पारदर्शिता बरती जा रही है. जिसकी वजह से ऐसे मामले पकड़ में आते हैं. उन्होंने रैली में आने वाले अभ्यर्थियों को सलाह दी कि वह गलत तरीके से सेना में भर्ती होने की कोशिश ना करें नहीं तो उनका भविष्य खराब हो सकता है. और दलालों से भी सावधान रहें.