वाराणसी में एक मां ने ऐसा क्या कह दिया जिसे सुन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी फावड़ा थाम हटाने लगीं गोबर
जैसे ही गरीब मां ने यह बताया कि बिटिया की शादी में कुछ ही दिन बचे हैं. मगर घर के सामने गोबर का ढेर लगा है. ये सुनते ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी खुद फावड़ा पकड़कर गोबर के ढेर को हटाने लगीं. ये देखकर वहां उपस्थित सभी बीजेपी पदाधिकारियों ने भी गोबर हटाना शुरू कर दिया.
Varanasi News: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने दो दिवसीय वाराणसी प्रवास पर हैं. मंगलवार को दूसरे दिन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का केंद्र सरकार में आठ साल पूरा होने पर सेवा समर्पण व गरीब कल्याण योजना के तहत स्वच्छता अभियान चलाया. अभियान के अंतर्गत सिकरौल वार्ड के भीम नगर की बस्ती में भ्रमण के दौरान एक मां को उसकी बेटी की शादी में आ रही बाधाओं की चिंता से भी मुक्त कर दिया. जैसे ही गरीब मां ने यह बताया कि बिटिया की शादी में कुछ ही दिन बचे हैं. मगर घर के सामने गोबर का ढेर लगा है. ये सुनते ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी खुद फावड़ा पकड़कर गोबर के ढेर को हटाने लगीं. ये देखकर वहां उपस्थित सभी बीजेपी पदाधिकारियों ने भी गोबर हटाना शुरू कर दिया.
Also Read: वाराणसी में आतंकियों ने हर बार मंगलवार को ही भक्तों पर साधा निशाना, पढ़ें साजिश की अमंगलकारी वारदातें देखते ही देखते मदद को बढ़े कई हाथस्वच्छता अभियान के दौरान जब केंद्रीय मंत्री बस्ती के अंदर भ्रमण करते हुए चिंता देवी के मकान के समीप पहुंचीं तो चिंता देवी ने हाथ जोड़कर उनसे गुहार लगाई कि आगामी 15 जून को बेटी की शादी है. घर के सामने मैदान में गोबर का ढेर लगा हुआ है. कई बार नगर निगम कर्मियों से गुहार लगाने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. उन्होंने केंद्रीय मंत्री से कहा, ‘आप कृपया इसे हटवा देतीं तो बड़ी कृपा होती.’ इतना सुनते ही केंद्रीय मंत्री ने स्वयं हाथों में फावड़ा लिया और गोबर हटाना शुरू कर दिया. कभी हाथों में फावड़ा तो कभी बेलचा लिए जब मंत्री गोबर हटाने लगीं तो भाजपा पदाधिकारियों ने कदम से कदम मिलाते हुए सफाई करने लगे. बाद में वहां से गोबर हटवा रहे नगर निगम के सुपरवाइजर ने बताया कि यह गोबर शिवपुर कूड़ाघर में फेंका जाएगा.
इसके बाद चिंता देवी ने बताया कि उनके पति द्वारा जमा कुछ रुपये डाकखाने में फंसे हुए हैं. मगर पूर्व में हुए डाकखाने के घोटाले की वजह से निकल नहीं पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि मेरे पांच बेटियां हैं. इनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है. महिला ने गुहार लगाते हुए आगे कहा, ‘मेरे पति स्वर्गीय हरीश चंद्र प्रसाद ने डाकखाने में सात लाख 26 हजार रुपये जमा किए थे. जो डाकखाने में हुए पहले कभी हुए घोटाले के कारण अभी तक नहीं मिल पाया है. इन्हीं रुपयों के चलते मेरे पति की एक साल पहले मौत हो चुकी है.’ उन्होंने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से पोस्ट ऑफिस में जमा किए गए रुपये भी निकलवाने का आग्रह किया. इस पर केंद्रीय मंत्री ने उन्हें अपने साथ चलने के लिए कहा. क्षेत्रीय नेताओं ने बताया कि अभी पोस्ट ऑफिस बंद होगा, जिस पर मंत्री ने क्षेत्रीय पार्षद को निर्देश दिया कि पोस्ट ऑफिस खुलते ही महिला को वहां ले जाकर संपर्क कराया जाए और इनके रुपए निकलवाए जाएं.
रिपोर्ट : विपिन सिंह