Unnao Case: युवती के परिजनों ने की आरोपियों की फांसी की मांग, फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामले की सुनवाई

Unnao Case: पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मृत्यु दम घुटने से हुई हैं. युवती का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल टीम ने किया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई है। गले की हड्डी टूटी मिली और सिर में दो गम्भीर चोट हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | February 12, 2022 8:30 AM

Unnao Case: उन्नाव में बीते दो महीने से गायब युवती का शव मिलने के बाद से उत्तर प्रदेश की सियासत तेज हो गई है. मृतका की मां ने सपा सरकार में राज्यमंत्री रहे स्व. फतेहबहादुर के बेटे राजू सिंह पर बेटी के अपहरण का आरोप लगाया था. सपा सरकार के पूर्व मंत्री का नाम आने के बाद भाजपा और बसपा ने अखिलेश यादव को घरने की कोशिश की. अब वहीं इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बयान सामने आया है. इस मामले में उन्होंने सफाई दी है.

फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी मामलें की सुनवाई

अखिलेश यादव ने कहा कि जिस सपा के पूर्व मंत्री का जिक्र किया जा रहा है, उनकी मौत चार साल पहले हो चुकी. अखिलेश ने आगे कहा कि जिस पर आरोप है, उसका सपा से कोई नाता नहीं है. इस मामले में पुलिस प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई करे. वहीं, शुक्रवार को सरकार ने परिवार की मांगें मान ली हैं. केस की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी. मुआवज़े और नौकरी की मांगें शासन को भेजी जाएगी. इसके बाद परिवार अंतिम संस्कार को राजी हो गया.

Also Read: UP Chunav: वोटिंग से महज तीन दिन पहले कांग्रेस उम्मीदवार ने पार्टी को दिया जोर का झटका, सपा में शामिल

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में युवती की मृत्यु दम घुटने से हुई हैं. युवती का पोस्टमार्टम तीन डॉक्टरों की पैनल टीम ने किया है. तीनों डॉक्टर्स से युवती का पोस्टमार्टम करवाया गया. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दम घुटने से मौत होने की पुष्टि हुई है। गले की हड्डी टूटी मिली और सिर में दो गम्भीर चोट हैं.

बता दें कि उन्नाव में 2 महीने से लापता एक युवती का शव मिलने के बाद उसके परिजनों ने आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग की है. मामला उस समय चर्चा में आया था, जब पीड़िता की मां ने अखिलेश यादव की कार के आगे आत्महत्या का प्रयास किया था. विगत 8 दिसंबर को पीड़िता की मां ने सदर कोतवाली में तहरीर देकर बेटी के अपहरण करने की जानकारी दी और उन्होंने इसका आरोप पूर्व राज्यमंत्री फतेह बहादुर सिंह के बेटे राजोल सिंह उर्फ अरुण सिंह पर लगाया, लेकिन पुलिस ने मामले की गंभीरता को न समझते हुए गुमशुदगी में दर्ज कर पल्ला झाड़ लिया.

Next Article

Exit mobile version