यूपी विधानसभा सत्र: हर दल से सहयोग की अपील के बाद शीतकालीन सत्र शुरू, लाल टोपी पहन सपाई पहुंचे विधानभवन Live
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ स्व. जनरल बिपिन रावत सहित अन्य 11 माननीयों की मृत्यु पर शोक जताने के बाद विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू...
Lucknow News: विधानसभा का शीतकालीन सत्र 15 दिसंबर यानी बुधवार को करीब 11 बजे शुरू हो गया. इससे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक का आयोजन करके इस सत्र को सफल बनाने के लिए सबसे अपील की थी. सत्र की शुरुआत करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी दिवंगत पूर्व विधानसभा सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की. वहीं, मुख्य विपक्षी दल सपा के सभी विधायक सिर पद लाल टोपी पहने नजर आए.
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का तीन दिवसीय शीतकालीन सत्र बुधवार को शुरू हुआ है. इसमें योगी सरकार वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए दूसरा अनुपूरक अनुदान पेश करेगी और राज्य सरकार की विभिन्न महत्वाकांक्षी परियोजनाओं के लिए लिखित दस्तावेज मांगेगी. सत्र के पहले दिन विधानसभा की कार्यवाही सदन के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर और सीडीएस जनरल बिपिन रावत व 11 अन्य सैन्य अफसरों-कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के बाद स्थगित कर दी जाएगी. वहीं, 16 दिसंबर को चालू वित्तीय वर्ष का दूसरा अनुपूरक बजट, अगले वित्तीय वर्ष का अंतरिम बजट और 2022-23 के शुरुआती चार महीनों के लिए लेखानुदान प्रस्तुत किया जाएगा.
इस बीच सपा के सभी विधायक सिर पर लाल ओपी पहनकर विधानसभा पहुंचे थे. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में सपा की लाल टोपी को यूपी की जनता के लिए खतरे वाला रेड अलर्ट बताया था. इसके बाद से ही यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में एक नया मुद्दा ‘लाल रंग’ का जुड़ गया था. इसी के विरोध स्वरूप सपा विधायक सिर पर लाल टोपी पहने विधानसभा की बैठक में शामिल होने के लिए पहुंचे थे.
खैर, बुधवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएफ) स्व. जनरल बिपिन रावत सहित अन्य 11 माननीयों की मृत्यु पर शोक जताने के बाद विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू की गई थी. सभी दलों के विधानमंडल नेताओं ने जब श्रद्धांजलि दे दी तो इसके बाद दो मिनट का मौन रखने के बाद यूपी विधानसभा के शीतकालीन सत्र की पहले दिन की कार्यवाही को गुरुवार 16 दिसंबर के सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया. संभव है कि शीतकालीन सत्र तीन दिन तक चलेगा. यूपी में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. ऐसे में माना जा रहा है कि यह 17वीं विधानसभा का आखिरी सत्र हो सकता है.
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