UP विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू के नाम पर बोले- समानता ऐसे ही मिलेगी
देश में हमारी विधानसभा नंबर-1 पर है. मणिपुर, उत्तराखंड, महाराष्ट्र ,गुजरात से स्पीकर हमारे विधानसभा को देखने आए ये सौभाग्य की बात है. पूरे देश की विधानसभाएं हमारे विधानसभा को एक रोल मॉडल मानकर अनुसरित कर रहे हैं.
Varanasi News: वाराणसी में अपने एकदिवसीय दौरे के दौरान यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में यूपी विधानसभा को लेकर कई डवलपमेंट और नए परिवर्तन पर बातचीत की. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि विधानसभा का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बाद उन्होंने ई-विधानसभा लांच किया.
उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी का एक ड्रीम प्रोजेक्ट है कि सभी विधानसभाओं को पोर्टल के थ्रू एक जगह उपलब्ध कराना है. यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के सहयोग से अबकी बार विधानसभा बहुत अच्छी चली. 32 साल हो गया मुझे विधानसभा में भाग लेते हुए. पहली बार ऐसा हुआ है कि बिना विधानसभा में किसी भी प्रकार के व्यवधान के बिना पूरी विधानसभा चली. देश में हमारी विधानसभा नंबर-1 पर है. मणिपुर, उत्तराखंड, महाराष्ट्र ,गुजरात से स्पीकर हमारे विधानसभा को देखने आए ये सौभाग्य की बात है. पूरे देश की विधानसभाएं हमारे विधानसभा को एक रोल मॉडल मानकर अनुसरित कर रहे हैं. विधानसभा सत्र के दौरान कई छात्र आते हैं कार्रवाई देखने के लिए लेकिन सत्र के बाद भी जिन दिनों विधानसभा का सत्र आहूत नहीं होता है, उन दिनों में भी विधानसभा को दिखाने के लिए एक प्रोग्राम बना रहा हूं. इसमें मैं ग्रुप के माध्यम से एक-दूसरे के साथ पूरी विधायिका कार्यपालिका को बताएंगे. इससे जनता को ये पता चलता है कि वे जिस एमएलए को चुनती है, वह क्या करता है, कैसे बोलता है. विधानसभा में कमेटी का क्या काम होता है, ये नई बात विधानसभा के माध्यम से जनता तक पहुचाने का प्रयास कर रहा हूं.
‘योग्य और समर्पित कार्यकर्ता हैं मुर्मू’
उन्होंने कहा कि वाराणासी में कन्वेंशन सेंटर को देखा है. मेरे ध्यान में है कि किस प्रकार विधायकों के लिए कुछ नया प्रोग्राम कर सकूं. इसके लिए कई स्थानों का भी निरीक्षण किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत लोकसभा स्पीकर से भी विचार-विमर्श करूंगा. राष्ट्रपति पद के लिए द्रौपदी मुर्मू को चुने जाने की बात पर कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने समानता की बात कही है. समानता उस आदिवासी वर्ग को भी मिलनी चाहिए. बहुत ही छोटे से परिवार में जन्मीं योग्य और समर्पित कार्यकर्ता के रूप में उनका चयन किया गया है. इसका चुनाव 18 जुलाई को होगा.
रिपोर्ट : विपिन सिंह