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UP Bhulekh : घर बैठे आसानी से निकालें अपनी जमीन का खसरा-खतौनी और मैप, जानें सबकुछ

भूलेख (Bhulekh) या खसरा-खतौनी (Khasra Khatauni) निकलवाना हो या जमीन का नक्शा (MAP) आदि सबकुछ बस एक क्लिक के जरिये आप आसानी से जान सकते हैं. सबसे बड़ी बात है कि आपको अपनी प्रॉपर्टी के बारे में यदि कुछ जानना हो तो उसके लिए अब न तो लेखपाल की मनुहार करनी है और न ही तहसील के चक्कर काटने हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | September 17, 2022 1:45 PM

UP Bhulekh : यदि आप अपनी जमीन आदि का ब्योरा निकालना चाहते हैं तो यह खबर आपको काफी राहत देगी. यूं भी अब आपको सरकारी कर्मचारियों के चक्कर नहीं काटने हैं. आपको सिर्फ जरा सा स्मार्ट वर्क करना है. यूपी में अब अधिकतर सरकारी काम ऑनलाइन किये जा रहे हैं.

घर बैठे निकालें खसरा-खतौनी की जानकारी 

ऐसे में भूलेख (Bhulekh) या खसरा-खतौनी (Khasra Khatauni) निकलवाना हो या जमीन का नक्शा (MAP) आदि सबकुछ बस एक क्लिक के जरिये आप आसानी से जान सकते हैं. सबसे बड़ी बात है कि आपको अपनी प्रॉपर्टी के बारे में यदि कुछ जानना हो तो उसके लिए अब न तो लेखपाल की मनुहार करनी है और न ही तहसील के चक्कर काटने हैं. आइए आज विस्तार से UP Bhulekh खसरा-खतौनी, नक्शा आदि ऑनलाइन घर बैठे निकालने का तरीका जानते हैं.

ऐसे निकालें खसरा-खतौनी

  • यदि अपनी जमीन का स्वयं ही खसरा-खतौनी निकालना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग की वेबसाइट http://upbhulekh.gov.in/ पर जाना होगा.

  • जहां आपको भूलेख (खतौनी), भूलेख (खसरा), भूलेख (नक्शा-शजरा) आदि के ऑप्शन नजर आएंगे. आपको जिस दस्तावेज की जरूरत है, उस विकल्प को चुनें.

  • इसके बाद एक विंडो खुलेगी जिसमें जो जानकारी मांगी गई है उसे भर दें.

  • इसके बाद पूरी डिटेल आपके सामने होगी. अधिक जानकारी के लिए आप विभाग की मेल आईडी bhulekh-up@gov.in पर भी ई-मेल भेज सकते हैं. वहां से भी आपको पूरी जानकारी दी जाएगी.

प्रदेश की सभी तहसीलों में सुविधा

यहां यह जानना जरूरी है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने जन सुविधा के लिए नया पोर्टल लॉन्च किया था. इस पोर्टल पर जाकर कोई भी व्यक्ति घर बैठे अपने मोबाइल या फिर लैपटॉप आदि का इस्तेमाल करके ऑनलाइन भूलेख का खसरा-खतौनी, नक्शा आदि निकाल सकता है. यह ऑनलाइन सेवा प्रदेश की सभी तहसील में लागू है. बता दें कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में बड़ा बदलाव किया गया है. किसानों के भूलेख अब सम्मान निधि के पीएफएमएस पोर्टल पर अपलोड किए जाएंगे. इतना ही नहीं इसी के आधार पर कृषि विभाग की योजनाएं संचालित की जाएंगी. निर्देश मिलने के बाद कृषि विभाग ने इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी है। इस काम में राजस्वकर्मी भी लगाए जाएंगे. इसे लेकर अब किसानों के भूलेख पोर्टल पर अपलोड करने की कार्यवाही शुरू होने जा रही है. ऐसे में आपको भी अपनी जमीन की जानकारी स्वयं निकालने की विधि मालूम होनी चाहिए.

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