UPMSP UP Board Exam 2023: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षा के आयोजन में अब बहुत कम समय बाकी है. ऐसे में सरकार ने नकल माफियाओं पर लगाम कसने और निष्पक्ष तरीके से परीक्षा कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. नकल माफियाओं को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने विशेष कार्य बल को नियुक्त किया है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि आगामी बोर्ड परीक्षा राज्य में स्वतंत्र और निष्पक्ष वातावरण में आयोजित की जाएगी.
आगरा जिले में हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में इस बार करीब 1 लाख 25 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे. परीक्षा के आयोजन के लिए जिले में करीब 163 स्कूल केंद्र बनाए गए हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए पूरी तरह से तैयारियों में जुटा हुआ है. जहां परीक्षा होनी है. उन स्कूलों के कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं, और उन सभी सीसीटीवी कैमरों को शिक्षा विभाग के नियंत्रण कक्ष से जोड़ दिया गया है. साथ ही इन कैमरों में वॉइस रिकॉर्डिंग भी लगा दी गई है ताकि बोलकर कराई जाने वाली नकल पर भी लगाम लग सके.
आगरा में हाई स्कूल और इंटर की परीक्षा 16 फरवरी से शुरू होनी है, जिसके लिए शिक्षा विभाग ने चाक चौबंद तैयारी कर रखी है. बोर्ड परीक्षा में किसी भी तरह की नकल न की जा सके, उसको लेकर शाहगंज स्थित राजकीय इंटर कॉलेज में नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. जहां से सभी परीक्षा केंद्रों पर नजर रखी जाएगी और नकल विहीन परीक्षा कराई जाएगी.
राजकीय इंटर कॉलेज शाहगंज में बनाए गए नियंत्रण कक्ष में अभी तक 133 स्कूलों के सीसीटीवी कैमरे लिंक हुए हैं. अभी 30 और स्कूल ऐसे रह गए हैं, जिनके सीसीटीवी कैमरों को एक नियंत्रण कक्ष से जोड़ा जाना है. बोर्ड परीक्षा शुरू होने से पहले ही सभी केंद्रों को सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष से जोड़ लिया जाएगा. सीसीटीवी के साथ ही वॉइस रिकॉर्डिंग भी होगी जिससे बोल कर भी नकल ना हो सके.
यूपी बोर्ड की परीक्षा में शिक्षा भवन का नियंत्रण कक्ष इस बार से मेरठ मुख्यालय से भी जुड़ेगा, अभी तक सिर्फ इसे लखनऊ केंद्र से ही जोड़ा जाता था. पहली बार मेरठ से भी नियंत्रण कक्ष की निगरानी होगी. यहां बैठे अफसर आगरा के किसी भी केंद्र की गतिविधियों का आकलन कर सकेंगे. यदि कोई नकल माफिया किसी भी जिले में परीक्षा के संचालन में हस्तक्षेप करने या किसी भी तरह से परीक्षा प्रणाली को प्रभावित करने का प्रयास करता है, तो उसके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. कानून व्यवस्था भंग करने वालों पर एनएसए लगाया जाएगा.
इस बीच, सभी जिला मजिस्ट्रेटों को परीक्षा केंद्रों में सीसीटीवी कैमरों की कार्यक्षमता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. डीएम और पुलिस कर्मियों को एसटीएफ से संपर्क स्थापित कर नकल माफियाओं की पहचान करने और उनके खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है. सभी परीक्षार्थियों को परीक्षा शुरू होने के 15 मिनट पहले परीक्षा केंद्रों में प्रवेश करना होगा, इसके बाद किसी भी छात्र को परीक्षा कक्ष में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा.
यूपी बोर्ड परीक्षा के प्रश्नपत्र स्टैटिक मजिस्ट्रेट और आंतरिक और बाहरी दोनों केंद्र अधीक्षकों के समक्ष खोले जाएंगे. जिस स्ट्रांग रूम में प्रश्न पत्र रखे गए हैं, उसकी सुरक्षा के लिए डीएम व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आवश्यक इंतजाम करेंगे. सोशल मीडिया पर फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. इस साल, 16 फरवरी से शुरू होने वाली यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए 58 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया है. इनमें से 31.2 लाख छात्र 10वीं कक्षा और 27.5 लाख छात्र 12वीं कक्षा के हैं.
रिपोर्ट- राघवेन्द्र गहलोत