यूपी बोर्ड ने अगले साल 2021 में होने वाली हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए सेंटर निर्धारण की नीति जारी की है. इस बार केंद्र निर्धारण की नीति में बड़ा बदलाव किया गया है. जिसमें बालिका विद्यालयों को सेंटर बनाए जाने के लिए राजकीय और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों पर वरीयता दी गई है. वहीं जरूरत के मुताबिक अन्य सेंटर बनाए जाएंगे.
वहीं इस बार एक्जाम सेंटरों पर सुविधा संबंधी जांच के लिए डीएम खुद टीम तैयार करेंगे. इससे पहले परीक्षा केंद्रों पर सुविधा संबंधी जांच डीआईओएस की बनाई टीम के द्वारा की जाती थी. गौरतलब है कि पिछले साल राजकीय सहायता प्राप्त और वित्तविहीन कॉलेज के आधार पर सेंटर तय किया जाता था. जिसमें अब बदलाव किया गया है. सभी स्कूलों के प्रधानाचार्य विद्यालय की बेसिेक सूचनाएं यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे जिसका भौतिक सत्यापन जिला समिति के द्वारा 20 दिसंबर तक किया जाएगा.
जिला समिति के द्वारा उस भौतिक सत्यापन की रिपोर्ट को यूपी बोर्ड की वेबसाइट पर 26 दिसंबर तक अपलोड किया जाएगा. 11 जनवरी तक केंद्रों का ऑनलाइन चयन कर अपलोड कर दिया जाएगा. एक्जाम सेंटर को लेकर आपत्तियां व शिकायतें 16 जनवरी तक ली जाएंगी. 31 जनवरी तक आपत्तियों को परीक्षण की रिपोर्ट की जांच डीएम व उनकी कमेटी करेगी.9 फरवरी तक जिला समिति के अनुमोदन पर केंद्र निर्धारण समिति अंतिम सूची वेबसाइट पर करेगी जारी.
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कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए यूपी बोर्ड परीक्षा में सतर्कता बरती जाएगी. जिसमें COVID-19 गाइडलाइन का पालन किया जाएगा. इस बार कम से कम 150 और अधिकतम 800 छात्रों का सेंटर बनाया जाएगा. परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. प्रत्येक विद्यार्थी के लिए 36 वर्ग फीट के अंतराल पर बैठकर परीक्षा देंगे.
Posted by : Thakur Shaktilochan