UP Budget 2022: उत्तर प्रदेश की विधानसभा में गुरुवार को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन के पटल पर बजट पेश करते हुए यूपी में धार्मिक स्थलों पर पर्यटन को बढ़ावा देने की बात कही. इसके साथ ही भगवान श्रीराम के अयोध्या और शिव की नगरी काशी का खास ख्याल रखा. हर विधानसभा क्षेत्र में किसी एक पर्यटन स्थल के विकास के लिए शुरू की गई.
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मुख्यमंत्री पर्यटन स्थल योजना के लिए बजट में सर्वाधिक 250 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है. इस योजना का मकसद स्थानीय स्तर पर किसी एक पर्यटन स्थल को विकसित करना है. इस योजना के लिए विधायकों से प्रस्ताव मांगे गए थे. पर्यटन के समग्र विकास के साथ ही बजट में अयोध्या और काशी का खास ख्याल रखा गया है. अयोध्या और काशी में पर्यटन सुविधाओं के विकास एवं सौंदर्यीकरण के लिए 100-100 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है. भगवान राम ने वनवास के दौरान जिस चित्रकूट में सीता एवं लक्ष्मण के साथ सर्वाधिक समय बिताया था उसके विकास के लिए बजट में 3 करोड़ 50 लाख की व्यवस्था प्रस्तावित है.
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वहीं, प्रदेश सरकार ने 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ की तैयारी के लिए 100 करोड़ रुपए के बजट की व्यवस्था की है. संगम नगरी में होने वाले इस आयोजन के लिए सरकार हर संभव प्रयास में जुटी हुई है. देश-विदेश से श्रद्धालु इस आयोजन में आएंगे. ऐसे में उनकी हर सुविधा का ध्यान रखकर योजनाओं को तेजी से पूरा किया जा रहा है. वर्ष 2025 में होने जा रहे महाकुंभ को लेकर योगी सरकार कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है. संगम तट पर पक्के घाटों का निर्माण कराया जाएगा. मेलास्थल पर स्वच्छता के प्रयास और शहर की सड़कों के चौड़ीकरण के कार्यों को पूरा किया जाएगा. सरकार की योजना मेला क्षेत्र में सालभर होने वाली गतिविधियां जैसे फूड कोर्ट प्रदर्शनी वाटर स्पोर्ट्स आदि सुविधाओं को बढ़ाने की भी है. वर्ष 2019 के कुंभ के सफल आयोजन से प्रदेश के पहचान समूचे देश से हुई थी.