UP Budget 2022: यूपी में रोजगार की आएगी बहार, योगी सरकार ने 5 साल में 4 लाख नौकरियां देने का रखा लक्ष्य

UP Budget 2022: योगी आदित्‍यनाथ सरकार 2.0 ने अपना ऐतिहासिक बजट पेश कर दिया है. वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने बजट पेश करते हुए बताया क‍ि योगी सरकार अगले पांच साल में प्रदेश के 4 लाख लोगों को नौकर‍ियां उपलब्ध कराएगी.

By Prabhat Khabar News Desk | May 26, 2022 1:22 PM

UP Budget 2022: यूपी विधानसभा में योगी आदित्‍यनाथ सरकार 2.0 का बजट पेश हो गया है. वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने बजट पेश किया है. बीजेपी सरकार ने अपने इस ऐतिहासिक बजट में रोजगार पर विशेष ध्यान दिया है. व‍ित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने बजट पेश करते हुए बताया क‍ि योगी सरकार अगले पांच साल में प्रदेश के 4 लाख लोगों को नौकर‍ियां उपलब्ध कराएगी.

5 साल में 4 लाख से ज्यादा नौकरियां देने का लक्ष्य

वित्‍त मंत्री सुरेश खन्‍ना ने बजट भाषण पढ़ते हुए बताया कि, अगले 5 साल में 4 लाख से ज्यादा नौकरियां देने का लक्ष्य लेकर हम चल रहे हैं. माध्यमिक शिक्षा में 7,540 पदों पर भर्ती की जाएगी और मेडिकल कॉलेजों में 10 हजार पद भरे जाएंगे. उन्होंने बताया कि प्रदेश में निजी निवेश के माध्यम से 1 करोड़ 81 लाख युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध कराया गया है.

5 साल में 4.50 लाख युवाओं को मिली सरकारी नौकरी

उन्होंने बताया कि, 60 लाख से अधिक युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा गया है. निष्पक्ष और पारदर्शी प्रक्रिया के माध्यम से बीते 05 वर्षों में युवाओं को 4.50 लाख सरकारी नौकरियों में लिया गया. उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के जरिए बीते 5 वर्षों में 9.25 लाख से अधिक युवाओं को विभिन्न प्रकार के अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में प्रशिक्षित करते हुए प्रमाणीकृत किया गया, जिनमें 4.22 लाख युवाओं को विभिन्न प्रतिष्ठित कम्पनियों में सेवायोजित कराया गया है.

उन्होंने बताया कि, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग नीति के तहत 05 वर्षों में 40,000 करोड़ रूपये के निवेश और 4 लाख व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. मनरेगा योजनान्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में 26 करोड़ मानव दिवस का सृजन किया गया, जिसके सापेक्ष वित्तीय वर्ष 2022-23 में मनरेगा योजनान्तर्गत 32 करोड़ मानव दिवस सृजन किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

27 लाख 84 हजार 117 रोजगार का सृजन

प्रदेश सरकार ने अधिकाधिक सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यमों की स्थापना हेतु प्रोत्साहनात्मक वातावरण का सृजन किया गया है, जिसके फलस्वरूप वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 3 लाख 97 हजार 028 उद्यम पंजीकृत हुए, जिसमें 27 लाख 84 हजार 117 रोजगार का सृजन हुआ. प्रदेश की 54,876 ग्राम पंचायतों में स्थापित ग्राम सचिवालयों के सुचारू संचालन हेतु 56,436 पंचायत सहायक/लेखाकार सह डाटा एण्ट्री ऑपरेटर्स का चयन कर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया गया है.

वित्तमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में 5000 इकाईयों को स्थापित कराया गया, और 4187 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया. मुख्यमंत्री ग्रामोद्योग रोजगार योजना के अन्तर्गत वर्ष 2022-2023 में 800 इकाईयों की स्थापना कराकर 16000 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य है.

40,402 शिक्षकों का चयन और 7540 पदों का हुआ सृजन

उन्होंने बताया कि, माध्यमिक शिक्षा में शिक्षक चयन में साक्षात्कार समाप्त कर 40,402 शिक्षकों का चयन एवं 7540 पदों का सृजन किया गया है. चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार सृजन की अपार सम्भावनाएं है. लगभग 3000 नर्सों को राजकीय मेडिकल कॉलेजों/अस्पतालों में नियुक्ति दी गयी तथा लगभग 10,000 सृजित किये गये हैं जो आगामी वर्षों में भरे जाएंगे. उन्होंने बताया कि, जून, 2016 में प्रदेश में बेरोजगारी की दर 18 प्रतिशत थी, यहीं अप्रैल , 2022 में यह घट कर 2.9 प्रतिशत रह गयी है.

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