Lucknow News: उत्तर प्रदेश के चंदौसी रेलवे स्टेशन पर बरेली-अलीगढ़ पैसेंजर ट्रेन में हत्या के बाद जिस युवती का शव मिला था, उसके साथ दुष्कर्म की बात सामने आयी है. स्लाइड जांच में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है, जिसके बाद मामल में दुष्कर्म की धारा बढ़ा दी गई है. मामले में बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार समेत चार लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है. प्रकरण सामने आने के बाद आरोपी सिपाही निलम्बित किया जा चुका है.
बरेली में प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करने वाली अलीगढ़ निवासी 23 वर्षीय युवती का शव बीती 29 जून को बरेली से अलीगढ़ जाने वाली पैसेंजर ट्रेन की दिव्यांग बोगी में मिला था. शव को चंदौसी स्टेशन पर उतारा गया था. युवती के गले पर निशान पाए गए और नाक से खून बह रहा था. पोस्टमार्टम में गला दबाने की पुष्टि के बाद चंदौसी जीआरपी ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज की थी.
तफ्तीश के दौरान युवती के परिजनों ने कॉल रिकॉर्डिंग और पुरानी बातचीत के आधार पर चार लोगों पर संदेह जताया था. इसके बाद जीआरपी ने बरेली के कारपेंटर इश्तियाक अहमद, बरेली की निजी कम्पनी में काम करने वाले शाहजहांपुर के एसआर राजपूत उर्फ शीशराम, अलीगढ़ के अवधेश कुमार और बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार को मामले में आरोपी बनाकर जांच आगे बढ़ायी. शुरुआती जांच में सामने आया कि बरेली स्टेशन पर युवती स्वयं ट्रेन में सवार हुई थी. इससे पुष्टि हुई कि युवती की हत्या ट्रेन में ही की गई थी.
इस मामले में अब पोस्टमार्टम के दौरान बनाई गई स्लाइड की जांच में युवती के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है. जिसके बाद एफआईआर में रेप की धारा और जोड़ दी गई है. साथ ही जीआरपी ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं अपराध में शामिल बरेली जीआरपी के सिपाही नीरज कुमार को निलम्बित कर दिया गया है. जीआरपी के मुताबिक युवती के साथ दुष्कर्म के आरोपियों की पहचान करने के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी. इसके लिए चारों आरोपियों का सैंपल लिया जाएगा.