यूपी में पिछड़े वोटों के लिए घमासान, मौर्य फैक्टर पर भाजपा ने किया वार तो सपा-बसपा ने भी खेला ये दांव
UP Chunav 2022 : यूपी की आबादी में करीब 45 फीसदी हिस्सेदारी ओबीसी की है. ऐसे में भाजपा ने अधिकतर सीटों पर ओबीसी-दलित उम्मीदवारों को उतारकर बड़ा दांव चल दिया है.
UP Chunav 2022 : यूपी चुनाव के पहले और दूसरे चरण के लिए भाजतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट (BJP Candidate List) जारी कर दी है. भाजपा ने 107 सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है. शनिवार को जारी सूची के मुताबिक, भाजपा ने इस बार दलितों और पिछड़ों पर बड़ा दांव खेला है. हाल ही में स्वामी प्रसाद मौर्य समेत तीन मंत्रियों व कई विधायकों के पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा ने 60 फीसदी से अधिक सीटों पर दलित और पिछड़ों को टिकट दिया है. पार्टी ने ऐसी सीटों पर भी ओबीसी और एससी उम्मीदवार उतारे हैं जो आरक्षित नहीं हैं.
भजपा पार्टी ने 44 सीटों पर ओबीसी उम्मीदवारों को उतार कर ‘स्वामी’ फैक्टर की काट निकालने की कोशिश की है. इसके अलावा 19 सीटों पर अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है. भाजपा ने जहां 20 फीसदी विधायकों के टिकट काटे हैं, तो 10 सीटों पर महिला उम्मीदवारों को उतारा है. सूची में 63 मौजूदा विधायकों के नाम हैं, तो 21 नये चेहरों को शामिल किया गया है. भाजपा ने उत्तराखंड की पूर्व राज्यपाल बेबी रानी मौर्य को आगरा (ग्रामीण) से उम्मीदवार बनाया है. जाटव दलित समुदाय से आने वालीं मौर्य पहले भी एक बार विधानसभा चुनाव लड़ चुकी हैं. हालांकि, तब उन्हें सफलता नहीं मिली थी.
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45 फीसदी हिस्सेदारी ओबीसी वोटरों की
यूपी की आबादी में करीब 45 फीसदी हिस्सेदारी ओबीसी की है. माना जाता है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में ओबीसी और दलित मतदाताओं ने जम कर भाजपा का साथ दिया था, जिसके सहारे भाजपा को अभूतपूर्व सफलता मिली थी. पार्टी 403 विधानसभा सीटों में से 300 से अधिक पर कमल खिलाने में कामयाब रही थी. लेकिन हाल ही में जिस तरह कई ओबीसी नेताओं ने भाजपा से किनारा किया, उसके बाद भाजपा कैंप की चिंता बढ़ गयी थी. सपा में शामिल होने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव की मौजूदगी में चुनाव को अगड़ों और पिछड़ों की लड़ाई बताने की भरपूर कोशिश की.
सपा-बसपा ने खेला ये दांव
वहीं बसपा ने पहले चरण के मतदान को लेकर पश्चिमी यूपी में 25 फ़ीसदी से ज्यादा टिकट मुस्लिम उम्मीदवारों को दिया है. बसपा की ओर से जारी 53 उम्मीदवारों की सूची में 14 मुस्लिम प्रत्याशी हैं. सपा-रालोद गठबंधन की तरफ से अभी तक 29 सीटों पर कैंडिडेट घोषित किए गए हैं. इनमें से 9 सीटों पर मुस्लिम कैंडिडेट को उतारा गया है. समाजवादी पार्टी ने 10 में से 6 कैंडिडेट मुस्लिम उतारा है.