UP Chunav 2022: BJP आज फाइनल कर सकती है दो चरणों के प्रत्याशियों की लिस्ट, पहली सूची में CM योगी का नाम
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए बीजेपी तीन चरणों की सीटों को लेकर लिस्ट लगभग तैयार कर चुकी है. इसके अलावा लगभग 175 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की भी मुहर लग चुकी है.
UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए प्रत्याशियों के चयन को लेकर बीजेपी में मंथन का दौर जारी है. बीजेपी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक तीन चरणों की सीटों को लेकर लिस्ट लगभग तैयार हो चुकी है. भाजपा ने विधानसभा चुनाव के लिए चरणवार प्रत्याशियों की सूची जारी करने का निर्णय लिया है. बीजेपी मुख्यालय में आज करीब 300 सीटों को लेकर चर्चा पूरी होने की जानकारी है. इसके अलावा लगभग 175 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम की भी मुहर लग चुकी है.
सीएम योगी के नाम पर चर्चा तेज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्य से चुनाव लड़ने की खबर के बीच ऐसी जानकारी है कि उनका नाम पहली सूची में ही शामिल हो सकता है. बुधवार को बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने पर सहमति बन गई है. केंद्रीय आलाकमान ने सीएम योगी के अयोध्या से चुनाव लड़ने पर अपनी सहमति दे दी है. वहीं सीएम योगी कई मौकों पर स्पष्ट कर चुके हैं कि जहां से पार्टी कहेगी वहीं से वह चुनाव लड़ेंगे.
राज्यसभा सांसद कर चुके हैं मथुरा से लड़ाने की मांग
इससे पहले भाजपा के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने पार्टी प्रमुख जेपी नड्डा को पत्र लिखा था. पत्र में उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव में मथुरा से सीएम योगी आदित्यनाथ को मैदान में उतारने पर विचार करने का अनुरोध किया.
जहां मिली हार वहां ज्यादा फोकस
ऐसी जानकारी है कि, बीजेपी के चाणक्य कहे जाने वाले अमित शाह ने यूपी की 136 विधानसभा सीट पर जीत दर्ज करने का प्लान तैयार किया. इसमें से भाजपा के पास वर्तमान में 108 सीट हैं, लेकिन 2017 के चुनाव में 28 सीट सपा और बसपा से हार गई थी. पुरानी सीटों पर जीत कायम रखने के साथ ही 28 सीटों पर भी कब्जा जमाने के लिए भाजपा के चाणक्य ने प्रयास शुरू कर दिए हैं.
वेस्ट यूपी पर बीजेपी का फोकस
दरअसल, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन ने पहले ही बीजेपी के खिलाफ माहौल बना दिया है. इसके अलावा मेरठ और अलीगढ़ के बाद वेस्ट यूपी के अलग-अलग इलाकों में हो रही सपा-रालोद की गठबंधन रैली भी बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. वहीं सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयंत सिंह उन्हीं मुद्दों को उठा रहे हैं, जिन्हें लेकर यहां का किसान पहले से ही बीजेपी के खिलाफ है.