UP Chunav 2022: भाजपा नेताओं की सपा में अब से नोएंट्री, अखिलेश यादव ने भीम आर्मी चीफ पर किया बड़ा खुलासा

UP Chunav 2022: योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारा है इस पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने चुटकी लेते हुए कहा कि योगी जी को घर पर ही रहना पड़ेगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 15, 2022 2:36 PM
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UP Chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले दो चरणों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों (BJP Candidate List) की लिस्ट जारी कर दी है. यूपी चुनाव के लिए बीजेपी के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बारे में जानकारी दी. वहीं भाजपा के पहली लिस्ट आने के बाद राजनीति बयानबाजी का दौर भी शुरू हो गया है. भाजपा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर से चुनावी मैदान में उतारा है इस पर समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Samajwadi Party Chife Akhilesh Yadav) ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि योगी जी को घर पर ही रहना पड़ेगा.

समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें घर जाने पर बहुत बहुत बधाई. अखिलेश ने कहा कि योगी भाजपा के सदस्य नहीं हैं, इसलिए उन्हें घर भेज दिया गया है. अब मुझे लगता है कि गोरखपुर में ही उन्हें रहना पड़ेगा अब वहां से वापस आने की ज़रूरत नहीं है. बता दें कि इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अयोध्या से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर थी. वहीं अखिलेश यादव ने लखनऊ में किए गये अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा अब किसी का भी टिकट काटे सपा में अब किसी भी भाजपा नेता को नहीं लिया जाएगा.

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भीम आर्मी चीफ पर किया बड़ा खुलासा

अखिलेश यादव ने भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर के साथ गठबंधन ना होने पर अपनी बात रखी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि समजवादी पार्टी से भीम आर्मी प्रमुख ने जो भी बात की मैंने उनकी बात मानी और रामपुर मनिहरन और गाज़ियाबाद वाली सीटें उनको दी. सपा प्रमुख ने आगे बताया कि उन्होंने किसी से फोन पर बात करने के बाद मुझको बताया कि वह चुनाव साथ में नहीं लड़ सकते. वहीं इससे पहले भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मेरी अखिलेश यादव से पिछले 6 महीनों में काफी मुलाकातें हुईं हैं. इस बीच सकारात्मक बातें भी हुई लेकिन अंत समय में मुझे लगा कि अखिलेश यादव को दलितों की ज़रूरत नहीं है. वह इस गठबंधन में दलित नेताओं को नहीं चाहते.

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