UP Election 2022: पश्चिमी यूपी में तो निपट गया मगर पूर्वांचल पर सभी दलों में पशोपेश, सीट बंटवारे पर पेंच

मसलन भाजपा के साथ इस चुनाव में दो दल सहयोगी की भूमिका में हैं. एक है अपना दल (सोनेलाल) और दूसरी पार्टी का नाम है निषाद पार्टी. अब इन दोनों ही क्षेत्रों का प्रभाव वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और देवीपाटन मंडल है.

By Prabhat Khabar News Desk | February 4, 2022 8:38 AM

Lucknow News: उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव 2022 की राह बड़ी कठिन है. सभी सियासी दल पशोपेश में हैं. गठबंधन का खेल भी इस चुनाव में हावी है. ऐसे में सपा और भाजपा दोनों ही दलों के लिए पश्चिमी यूपी में सीट बंटवारे की गणित तो आसानी से सुलझ गई. मगर पूर्वांचल की विधानसभा सीट को लेकर सभी दलों में मंथन का दौर चल रहा है.

दरअसल, पूर्वांचल को लेकर सभी दलों में पशोपेश का माहौल बनना लाजिमि है. कारण, सपा हो गया भाजपा इन दलों से हाथ मिलकार साल 2022 में चुनावी वैतरणी पार रकने वाले अन्य सहयोगियों दलों का पूर्वांचल ही मुख्य जनाधार है. ऐसे में उनके साथ जुड़े नेताओं की ख्वाहिश भी मनचाही सीट पर दावा करने का है.

सपा और भाजपा में चल रहा मंथन

मसलन भाजपा के साथ इस चुनाव में दो दल सहयोगी की भूमिका में हैं. एक है अपना दल (सोनेलाल) और दूसरी पार्टी का नाम है निषाद पार्टी. अब इन दोनों ही क्षेत्रों का प्रभाव वाराणसी, गोरखपुर, मिर्जापुर, वाराणसी, प्रयागराज, अयोध्या और देवीपाटन मंडल है. वहीं, सपा के साथ जो दल गठबंधन में हैं उनमें रालोद को छोड़ दें तो सुभासपा और अपना दल (कमेरावादी) का प्रभाव क्षेत्र भी उपरोक्त मंडल ही हैं. ऐसे में पूर्वांचल को लेकर पशोपेश का माहौल तो बनना ही है.

भाजपा और अपना दल के बीच की गुत्थी

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (सोनेलाल) को भाजपा ने 2017 के गठबंधन में 11 सीटें दी थीं. इस चुनाव में अब तक 15 सीट दे चुकी है. अपना दल (एस) को अब तीन से चार सीट मिलनी हैं. इनमें शमिल हैं वाराणसी जिले की सेवापुरी, सिद्धार्थनगर जिले की शोहरतगढ़ तथा सोनभद्र जिले की दुद्धी विधानसभा सीट. इन सीट पर वर्तमान में विधायक भी अपना दल (एस) के ही हैं. इन तीनों सीट पर अंतिम फैसला नहीं हो सका है.

Next Article

Exit mobile version