अखिलेश यादव के खिलाफ बीजेपी ने अभी तक नहीं उतारा प्रत्याशी, सपा प्रमुख करहल सीट से आज करेंगे नामांकन

UP Assembly Elections 2022: बात अगर करहल सीट की करें तो यह भी सपा का अभेद्य किला है. मैनपुरी को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का गढ़ माना जाता है.

By Prabhat Khabar News Desk | January 31, 2022 9:28 AM

UP Assembly Elections 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे किस के हक में आएंगे यह तो बाद में पता चलेगा, लेकिन मैदान में उतरने से पहले ही सभी सियासी पार्टियां अपने चुनावी समीकरण को सहीं करने में लगीं हुईं हैं. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस बार विधानसभा चुनाव में खुद मैदान में उतर कर एक नया दांव खेला है. विधानसभा चुनाव के पहली बार अपनी किस्मत आजमाने जा रहे अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट के लिए आज नामांकन दालिल करेंगे.

अखिलेश के खिलाफ भाजपा ने अब तक नहीं उतारा प्रत्याशी

समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) आज मैनपुरी पहुंचेंगे और वहां से सीधे कलेक्ट्रेट जाकर अपना नामांकन करेंगे. फिलहाल ये एसपी की सबसे सुरक्षित सीट मानी जाती है और एसपी प्रमुख अखिलेश यादव के इस सीट पर चुनाव लड़ने को लेकर कार्यकर्ताओं में जोश है. वहीं आज उनके नामांकन को लेकर प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है. वहीं करहल सीट के लिए बीजेपी ने अभी तक प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है. जबकि बीएसपी और कांग्रेस ने प्रत्याशी उतार दिए हैं. वहीं बीजेपी में चर्चा है वह करहल सीट से अपर्णा यादव को टिकट दे सकती है.

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सपा का अभेद्य किला है करहल

बात अगर करहल सीट की करें तो यह भी सपा का अभेद्य किला है. मैनपुरी को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का गढ़ माना जाता है. वह यहां से लोकसभा सांसद भी हैं. अखिलेश यादव आजमगढ़ से इस समय लोकसभा सांसद हैं. उन्होंने आज तक कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है. पहली बार वह इस बार करहल सीट से विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. इस सीट पर उसने 2002 के चुनाव को छोड़कर 1993 से लेकर 2017 तक हर बार जीत हासिल की. करहल विधानसभा क्षेत्र में यादव मतदाताओं की संख्या 1.25 लाख के आसपास है. जातीय समीकरणों के लिहाज से भी करहल सीट सपा के लिए मजबूत किला की तरह है. इस सीट से 1993 से लेकर आज तक सिर्फ एक बार 2002 में सपा को हार का मुंह देखना पड़ा था.

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