Uttar Pradesh Assembly Election 2022 : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के तहत आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो चुकी है. आचार संहिता लागू होने के बाद पुलिस भी पूरी तरह से सतर्क हो गई है. इंटरनेट मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट, भड़काऊ भाषण और राजनैतिक टिप्णणी, जिससे माहौल खराब हो सकता है. इसे लेकर विशेष सतर्कता बरतने की कवायद की जा रही है, पुलिस इसको लेकर इंटरनेट मीडिया के सभी प्लेटफार्म पर कड़ी नजर रखी हुई है. इन तमाम कोशिशों के बीच उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए भी चुनौती बढ़ गई है.
उत्तर प्रदेश में आचार संहिता लागू होने के बाद सोशल मीडिया पर 700 से अधिक मामले सोशल मीडिया पर सामने आ चुके हैं, जिनमें 150 से अधिक मामलों में पुलिस को एफआईआर तक दर्ज करनी पड़ी है. पुलिस के लिए दिन-ब-दिन सोशल मीडिया के जरिए फेक न्यूज की चुनौती बढ़ती जा रही है. यूपी पुलिस लगातार ऐसी फेक खबरों की सच्चाई सोशल मीडिया पर बता रही है और झूठी खबरों को फैलानें वालों पर कार्वाई भी कर रही है. यूपी पुलिस ने झूठी खबरों की सच्चाई बताने के लिए up police fact check नामक का ट्वीटर अकांउट भी बनाया है.
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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी पुलिस सड़क पर ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी कड़ाई से नजर बनाए रखी है. चुनाव के वक्त किसी भी तरह से प्रदेश का महौल ना खराब हो इसके लिए पुलिस सोशल मीडिया का भी सहारा ले रही है. यूट्यूब, फेसबुक, टि्वटर, टेलीग्राम, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया के हर प्लेटफार्म पर आचार संहिता लगने के बाद इस तरह की अफवाहें और फेक न्यूज की बाढ़ सी आ गई है. पुलिस ने उत्तर प्रदेश में इस चुनौती से निपटने के इंतजाम किए हैं.