Uttar Pradesh Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के आगाज होने में अब कुछ ही दिनों का वक्त बचा है. वहीं समाजवादी पार्टी ने कुछ दिनों पहले अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें कुंडा सीट भी शामिल है. वहीं अब सपा के इस फैसले का विरोध हो रहा है. दिवंगत सीओ जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद ने समाजवादी पार्टी द्वारा गुलशन यादव को कुंडा सीट से उम्मीदवार बनाने का विरोध जताया है. दरअसल, 2013 में यूपी के जिला प्रतापगढ़ के कुंडा में तैनात सीओ की हत्या कर दी गई थी. हत्या का आरोप गुलशन यादव पर लगा था.
जियाउल हक की पत्नी परवीन आजाद ने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार पर सवाल उठाते हुए कहा कि लोकतंत्र में जनता के बीच साफ और निष्पक्ष छवि के लोगों को होना चाहिए. 2017 के चुनाव में भी सपा ने कुंडा व बाबागंज विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे थे. 2012 में सपा की सरकार बनी. राजा भैया को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया. वहीं इस मर्डर केस में नाम आने के कारण उन्हें अखिलेश मंत्रिमंडल से इस्तीफा देना पड़ा था. इस मामले में सीबीआई जांच हुई थी. सीबीआई ने रघुराज प्रताप को क्लीन चिट दे दी थी.
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समाजवादी पार्टी ने रघुराज प्रताप उर्फ़ राजा भैया (Raja Bhaiya) के खिलाफ प्रतापगढ़ की कुंडा सीट (Kunda Assembly Seat) से पार्टी ने गुलशन यादव को प्रत्याशी बनाया है. बता दें कि रघुराज प्रताप सिंह के खिलाफ पंद्रह साल तक सपा नेतृत्व ने विधानसभा में प्रत्याशी नहीं उतारे थे. राजा भैया 1993 से कुंडा विधानसभा सीट से लगातार निर्दलीय विधायक हैं, और हाल ही में उन्होंने एक पार्टी का गठन किया है. कुंडा व बाबागंज विधानसभा को राजाभैया का गढ़ कहा जाता है. इन दोनों विधानसभाओं पर लंबे समय से उनका प्रभाव देखा जा सकता है.