गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे योगी आदित्यनाथ, चुनाव 2022 में सभी दिग्गज एमएलसी नेताओं को मैदान में उतारेगी भाजपा

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिलहाल विधान परिषद में मनोनीत सदस्य हैं और बताया जा रहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में वे अपने गृह जिले गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2021 4:27 PM

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 2022 में गोरखपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे. सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबर के अनुसार, भाजपा आलाकमान सूबे के तमाम दिग्गज नेताओं को मैदान में उतारने का मन बना लिया है. बता दें कि शनिवार को गुरु पूर्णिमा के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने गुरु की पूजा-अचर्ना करने के लिए गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर गए हुए थे.

उत्तर प्रदेश में सत्तासीन भाजपा विधानसभा चुनाव जीतने में कोई कसर बाकी रखना नहीं चाह रही है. सूत्रों ने कहा कि पार्टी आलाकमान 2022 के विधानसभा चुनाव में सूबे में पार्टी के दिग्गज नेताओं को खड़ा करने की योजना बना रहे हैं. इन दिग्गज नेताओं में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, भाजपा नेता स्वतंत्र देव सिंह और महेंद्र सिंह शामिल हैं. फिलहाल, यूपी में 403 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा के पास 312 सीट है.

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ फिलहाल विधान परिषद में मनोनीत सदस्य हैं और बताया जा रहा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में वे अपने गृह जिले गोरखपुर से चुनाव लड़ेंगे. इसी तरह मौर्य जैसे अन्य एमएलसी कौशांबी की सिराथू सीट से, दिनेश शर्मा लखनऊ से और डॉ. महेंद्र सिंह प्रतापगढ़ की कुंडा सीट से चुनाव लड़ेंगे.

बता दें कि चुनावी बिगुल फूंकते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी हालिया वाराणसी यात्रा के दौरान कोरोना महामारी से निपटने के लिए योगी की प्रशंसा की थी. पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से योगी ने कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित किया था वह अभूतपूर्व था. पार्टी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि एक के बाद एक प्रशंसा के शब्दों ने आदित्यनाथ के विरोधियों के खिलाफ एक कड़ा संदेश दिया कि उन्हें उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए खुद को तैयार करना चाहिए.

पार्टी के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार केंद्रीय मंत्रिमंडल से संतोष गंगवार को हटाने से भी प्रधानमंत्री और पार्टी प्रमुख की प्रशंसा के शब्द आने से पहले ही राज्य में आदित्यनाथ की स्थिति मजबूत हो गई. इसके साथ ही, जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुखों के चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत ने मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के राजनीतिक कौशल को भी स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई है.

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Posted by : Vishwat Sen

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