UP Corona Update: यूपी में फिर डराने लगे कोरोना के आंकड़े, 24 घंटे में 205 नए केस दर्ज

UP Corona Update: उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में कोरोना वायरस के 205 नए मरीजों की पुष्टि हुई. वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 980 हो गई है. इसी अवधि में 81 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | April 21, 2022 1:26 PM

Lucknow News: प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. बीते 24 घंटों में 1 लाख 14 हजार कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 205 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई. वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 980 हो गई है. इसी अवधि में 81 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. गौतमबुद्ध नगर में 103, गाजियाबाद में 52 और लखनऊ में 16 नए पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है. सीएम योगी ने इन जिलों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं.

एनसीआर के जनपदों में फेस मास्क अनिवार्य

सीएम योगी ने कहा कि, विगत कुछ दिनों से कोविड के नए केस में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर हमें सतर्क रहना होगा. उन्होंने निर्देश दिया कि स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए. एनसीआर के जनपदों तथा लखनऊ में सभी के लिए सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी बनाया जाए.

नए पॉजिटिव केस में हो सकता है इजाफा

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, संभव है कि आने वाले दिनों में नए पॉजिटिव केस में इजाफा देखने को मिले, किंतु वायरस का यह वैरिएंट सामान्य वायरल की तरह ही है. कोविड टीका लगवा चुके लोगों के लिए खतरे की संभावना न्यून है.

86.85 फीसदी से अधिक वयस्कों को दोनों खुराक

प्रदेश में 30 करोड़ 91 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही 18+ आयु की पूरी आबादी को टीके की कम से कम एक डोज लग चुकी है, जबकि 86.85% से अधिक वयस्क लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है. 15 से 17 आयु वर्ग में 94.32% किशोरों को पहली खुराक मिल चुकी है और 62% से किशोरों को दोनों डोज लग चुकी है. बच्चों के टीकाकरण को और तेज करने पर जोर दिया जा रहा है.

स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में जारी किया अलर्ट

इधर, कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश भर में अलर्ट जारी कर दिया है. सभी सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को पूरी तैयारी रखने के निर्देश जारी किए हैं. इसके अलावा हर मेडिकल कॉलेज में एक डेडीकेटेड कोविड वार्ड इसके लिए नियत किया गया है, जबकि अन्य सरकारी अस्पतालों में केस बढ़ने पर 10 फीसदी बेड आरक्षित रखने के निर्देश दिए गए हैं.

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