कोरोना महामारी के समय सारे पुलिसकर्मी फ्रंटलाइन में आकर अपने जान की परवाह किये बगैर अपना फर्ज निभा रहे हैं. अपने फर्ज को निभाते हुए देश भर में कई पुलिस के जवान कोरोना के चपेट में भी आ जा रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ फ्रंटफुट पर लड़ाई लड़ रहे यूपी पुलिस की एक महिला पुलिसकर्मी की संक्रमण की चपेट में आने से मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, महिला सिपाही ने 4 दिन पहले ही बच्चे को जन्म दिया था. नोएडा के एसीपी रजनीश ने इस दुखद घटना की जानकारी देते हुए लिखा कि ”मेरे पास शब्द नहीं हैं, इस कोरोना योद्धा के लिए. एक छोटा सा बच्चा और दूसरा बच्चा अभी पांच दिन का है. कोरोना से युद्ध लड़ते हुए इस महिला पुलिसकर्मी की मृत्यु होना दिल को झकझोर देना है. मेरे पास शब्द नहीं हैं निशब्द हूं!”
बताया जा रहा है कि महिला पुलिसकर्मी की कानपुर में तैनात थी. खबरों के मुताबिक, गर्भवती होने के कारण उसने 5 अप्रैल को छुट्टी ली थी. बुधवार की सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने पर उसे हॉस्पिटल ले जाया गया. जिसके बाद दोपहर को उनकी मौत हो गई.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अब तक कोरोना पॉजिटिव के कुल 2998 मामले सामने आ चुके थे. इसमें से 1130 लोग ठीक होकर अस्पताल से जा चुके हैं. प्रदेश में बुधवार तक कुल 60 लोगों की मौत हुई थी. वहीं ताजनगरी में कोरोना की चेन ब्रेक नहीं हो रही है. अब तक यहां 653 पॉजिटिव केस मिल चुके हैं. हालांकि, 225 लोग ठीक होकर अस्पतालों से छुट्टी पा चुके हैं. वहीं आगरा में 15 की मौत हुई है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने जन स्वास्थ्य एवं महामारी नियंत्रण अध्यादेश 2020 को मंजूरी दे दी है.इस अध्यादेश में सरकार ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए कड़े कानूनी प्रावधान किए हैं. इस अधिनियम के तहत अगर किसी व्यक्ति की मौत जानबूझकर कोरोना वायरस फैलाने के कारण होती है तो जिम्मेदार व्यक्ति को उम्र कैद की सजा हो सकती है.