Agra News: पुलिसकर्मियों को भारी पड़ी अवैध गिरफ्तारी, वसूली के आरोप में 3 दरोगा और 3 सिपाही निलंबित

आगरा में पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि एक गैंगस्टर से सांठगांठ कर दो लोगों को अवैध तरीके से पकड़ कर थाने लाया गया और छोड़ने के नाम पर उनसे मोटी वसूली की गई. मामले में एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | May 18, 2022 11:27 AM
an image

Agra News: आगरा पुलिस पर एक बार फिर से गंभीर आरोप लगे हैं, जिसमें एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है. इन पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि एक गैंगस्टर से सांठगांठ कर दो लोगों को अवैध रूप से पकड़ कर थाने लाया गया और छोड़ने के नाम पर उनसे मोटी वसूली की गई.

जांच में दोषी पाए गए पुलिसकर्मी

इसके बावजूद भी उन दोनों पर कार्रवाई की गई. मामले की शिकायत मिलने पर एसएसपी ने जांच कराई तो प्रारंभिक जांच में पुलिसकर्मी दोषी साबित हुए. जिसके बाद एसएसपी ने निलंबन की कार्रवाई की है. वहीं आगे की जांच में दोषी पाए जाने पर सभी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हो सकता है.

शिकायत मिलने पर की गई कार्रवाई

आगरा के एसएसपी सुधीर कुमार के अनुसार, 10 दिन पहले जगदीश पुरा थाने की पुलिस ने कोठी मीना बाजार स्थित रावत पेट्रोल पंप से जितेंद्र और अमित कुमार को अपनी गिरफ्त में लिया और उन्हें जुआ अधिनियम में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जिसके बाद दोनों लोगों को अवैध तरीके से पकड़कर वसूली कर हिरासत में रखने की शिकायत मिली थी. एसएसपी ने जब इस मामले में जांच कराई तो उसमें अलग ही खेल सामने आया.

गैंगस्टर सांठगांठ का मामला आया सामने

एसएसपी की जांच में सामने आया कि पुलिसकर्मियों ने जिले के गैंगस्टर सनी कबाडिया से सांठगांठ की थी. और उसने पुलिस को जितेंद्र और अमित को पकड़ने के लिए दो लाख रुपये दिए थे. जिसके बाद दोनों को छोड़ने के नाम पर भी पुलिस ने वसूली की लेकिन रिश्वत लेने के बावजूद भी उन्हें जुआ अधिनियम में जेल भेज दिया.

दर्ज किया जा सकता है मुकदमा

एसएसपी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में दरोगा रिशिपाल, मनोज कुमार और अर्जुन प्रताप, साथ ही सिपाही राजीव कुमार, दीपक राणा और गौरव डागर को दोषी पाया गया है, जिसके बाद उन्हें कार्रवाई करते हुए निलंबित किया गया है. आगे की जांच में अगर यह पुलिसकर्मी दोषी पाए जाते हैं तो इनके ऊपर मुकदमा भी किया जाएगा.

रिपोर्ट- राघवेंद्र गहलोत

Exit mobile version