Lucknow News: उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे को सुधारने की पुरजोर कोशिश में जुटे यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक शुक्रवार को मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन के वेयरहाउस जा पहुंचे. लखनऊ के कानपुर रोड स्थित सप्लाई कॉरपोरेशन के वेयरहाउस में उन्हें तमाम खामियां मिलीं. हाल ही में उन्होंने इस विभाग को यूपी के सरकारी अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता कराने के सख्त निर्देश दिए हैं. वहां बिना किसी सूचना के अफसर भी नदारद मिले हैं.
उत्तर प्रदेश में आए दिन सरकारी अस्पतालों में दवाओं की कमी को लेकर शिकायतें सुनने को मिलती रहती हैं. अब यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की ओर से इस मसले के हल का समाधान तलाशा गया है. पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए कुछ दिन पहले यूपी के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बताया कि मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि सरकारी अस्पतालों में दवाओं की खेप पहुंचाई जाए. इसी क्रम में वे शुक्रवार को अचानक ही मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन में छापा मारने पहुंचे. जहां उन्हें अपनी जांच में कई विभागों में काफी कमियां देखने को मिली हैं.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक को मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन के गोदाम में लगभ 16.40 करोड़ रुपये की एक्सपायर्ड दवायें मिली हैं. यह दवायें गोदाम में रखे-रखे एक्सपायर्ड हुई हैं. बताया जा रह है कि यह दवायें मेडिकल सप्लाई कार्पोरेशन ने अस्पतालों को नहीं भेजीं. डिप्टी सीएम गोदाम की स्थित को देखकर बहुत नाराज हुये. उन्होंने वहां की स्थिति की वीडियोग्राफी करायी. सभी डॉक्यूमेंट्स जब्त किये और तीन दिन के अंदर पूरी जांच रिपोर्ट तलब की है. ब्रजेश पाठक ने कहा जनता के पैसे की एक-एक पाई का हिसाब अधिकारियों से लिया जायेगा.
आज उत्तर प्रदेश मेडिसिन सप्लाई कार्पोरेशन,गोदाम पहुंचकर वहाँ की व्यवस्थाओं एवं सरकार के मानक अनुरूप दवाइयों की उपलब्धता व सप्लाई रिपोर्ट का औचक निरीक्षण करते हुए… pic.twitter.com/46581fYmLz
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 20, 2022