UP Election 2022: सपा सरकार बनी तो यूपी में होगी जातीय जनगणना, पिछड़ों को देंगे उनका हक और सम्मान: अखिलेश यादव

UP Election 2022: सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में यदि उनकी सरकार बनती है तो उत्तर प्रदेश स्तर पर जातीय जनगणना करायी जाएगी. साथ ही पिछड़ों को उनका हक और सम्मान दिलाया जाएगा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 29, 2021 7:06 PM
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UP Election 2022: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश में सरकार बनने पर समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश स्तर पर जातीय जनगणना कराएगी और पिछड़ों को उनका हक और सम्मान दिलाया जाएगा. अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार पिछड़ों की गणना नहीं कराना चाहती है, क्योंकि वह जानती है कि इससे पिछड़े अपना हक और सम्मान मांगेंगे. समाजवादी पार्टी सहित तमाम दल चाहते हैं कि पिछड़ों की गिनती हो जाए, लेकिन भारतीय जनता पार्टी जातीय गणना नहीं कराना चाहती है. पिछड़े और दलितों की यह सबसे बड़ी मांग है.

बीजेपी सरकार में उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ा

समाजवादी पार्टी की ओर से जारी बयान में अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी सरकार में उत्तर प्रदेश में अपराध बढ़ा है. मुख्यमंत्री अपराध के मामले में झूठ बोलते हैं. उन्हें एनसीआरबी के आंकड़ों की जानकारी नहीं है. वे एनसीआरबी का रिकॉर्ड नहीं देखते हैं. महिलाओं पर सबसे ज्यादा अत्याचार और अन्याय यूपी में हो रहा है. मोहम्मद आज़म खान को फर्जी मुकदमें में फंसा करके जेल में रखा गया है.

सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ यूपी में

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, सबसे ज्यादा कस्टोडियल डेथ यूपी में हुई. मानवाधिकार की सबसे ज्यादा नोटिस यूपी सरकार को मिली. मुख्यमंत्री हर सप्ताह अपने गृह क्षेत्र गोरखपुर जाते हैं. वहां अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. एक व्यापारी की पुलिस पिटाई से मौत हो गई, इसकी जिम्मेदार यह सरकार है. 40 से ज्यादा संतों की हत्या हो चुकी है.

अखिलेश यादव के बयान के प्रमुख अंश

  • कोरोना के समय भाजपा सरकार पूरी तरह से फेल रही.

  • लोगों को दवा, ऑक्सीजन और बेड के लिए भटकना पड़ा.

  • लोगों को खुद ऑक्सीजन और दवा का इंतजाम करना पड़ा.

  • सरकार श्मशान घाट में लाशों के जलाने का भी इंतजाम नहीं कर पाई.

  • बड़ी संख्या में लाशें गंगा नदी में तैरती देखी गई.

  • सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह से असफल रही.

  • प्रदेश में आज न जनता की सुनवाई है और न विधायकों और सांसदों की.

  • जनता भाजपा सरकार से नाराज है.

  • सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं को तबाह कर दिया है.

  • महंगाई और बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है.

  • लोगों के पास नौकरी और रोजगार नहीं है.

  • पूरे प्रदेश का गरीब, किसान नौजवान, भाजपा सरकार के खिलाफ है.

  • बीजेपी के मंत्रियों, सांसदों और विधायकों को अपमानित होना पड़ रहा है.

  • बीजेपी सरकार सरकारी संस्थानों को बेचने के साथ ही पिछड़ों और दलितों का आरक्षण भी बेच दे रही है.

  • अगर सब कुछ निजी हाथों में चला जाएगा तो आरक्षण कौन देगा.

सड़कें आज भी गड्ढों से भरी हुई है

अखिलेश यादव ने कहा, बीजेपी सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा नहीं किया. वह झूठा प्रचार कर रही है. उसने कोई काम नहीं किया है. यही प्रचार ही उनका विकास है. सरकार ने बजट में गड्ढा मुक्त के लिए बहुत पैसे लिए, लेकिन सड़कें आज भी गड्ढों से भरी हुई है. मेट्रो जितनी सपा सरकार में बनी थी, आज भी लखनऊ में उतनी ही चल रही है. गंगा की सफाई के नाम पर हजारों करोड़ खर्च हुआ, लेकिन मां गंगा आज भी साफ नहीं हुईं.

इन्वेस्टमेंट के नाम पर झूठा प्रचार

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने इन्वेस्टमेंट के नाम पर झूठा प्रचार किया. जो एमओयू साइन हुए, उसे मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टमेंट मान लिया. इन्वेस्टमेंट और विकास के नाम पर झूठे विज्ञापन छपवाए गए. विज्ञापन में अमेरिका की कंपनी और पश्चिम बंगाल का ब्रिज दिखाया गया. सरकार का इससे बड़ा झूठ और क्या हो सकता है. किसान और गरीब इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी का सफाया कर देंगे.

Posted By: Achyut Kumar

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