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अतरौलिया : 55.00%
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आजमगढ़ : 55.25%
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दीदारगंज : 51.73%
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गोपालपुर : 52.20%
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लालगंज : 50.10%
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मेहनगर : 51.20%
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मुबारकपुर : 54.50%
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निजामाबाद : 48.60%
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फूलपुर-पवई : 54.00%
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सगरी : 50.50%
औसत मतदान : 52.34%
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अतरौलिया : 47.00%
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आजमगढ़ : 45.00%
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दीदारगंज : 45.60%
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गोपालपुर : 46.10%
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लालगंज : 42.00%
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मेहनगर : 47.80%
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मुबारकपुर : 47.40%
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निजामाबाद : 43.20%
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फूलपुर-पवई : 42.50%
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सगरी : 45.90%
औसत मतदान : 45.28%
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अतरौलिया : 35.00%
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आजमगढ़ : 30.00%
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दीदारगंज : 33.42%
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गोपालपुर : 37.20%
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लालगंज : 36.00%
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मेहनगर : 34.80%
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मुबारकपुर : 36.10%
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निजामाबाद : 34.60%
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फूलपुर-पवई : 32.50%
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सगरी : 36.70%
औसत मतदान : 34.60%
अतरौलिया : 22.00%
आजमगढ़ : 13.00%
दीदारगंज : 20.30%
गोपालपुर : 21.50%
लालगंज : 23.00%
मेहनगर : 18.10%
मुबारकपुर : 21.40%
निजामाबाद : 22.20%
फूलपुर-पवई : 18.50%
सगरी : 21.20%
Azamgarh Assembly Election Live: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के रण में आजमगढ़ की 10 विधानसभा सीटों पर मुकाबला बेहद दिलचस्प होने जा रहा है. आजमगढ़ जनपद में दो संसदीय क्षेत्र आते हैं- आजमगढ़ सदर और लालगंज सुरक्षित. सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव इस समय आजमगढ़ सदर सीट से ही सांसद हैं और मौजूदा विधानसभा चुनाव में मैनपुरी की करहल सीट से उम्मीदवार हैं. दूसरी लोकसभा सीट का नाम है लालगंज सुरक्षित, यहां से बसपा की संगीता आजाद सांसद हैं. अखिलेश यादव की संसदीय सीट आजमगढ़ सदर के तहत पांच विधानसभा आती हैं. इनके नाम हैं- गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, मेहनगर और आजमगढ़ सदर विधानसभा. आजमगढ़ जनपद की दूसरी संसदीय सीट लालगंज सुरक्षित के तहत आने वाली पांच विधानसभा सीटों के नाम हैं- अतरौलिया, जिजामाबाद, फूलपुर-पवई, दीदारगंज और लालगंज.
UP Chunav 2022: समाजवादी पार्टी का किला आजमगढ़ की गोपालपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी नहीं जीत सकी है. पिछले 30 सालों में 20 सालों तक गोपालपुर में सपा जीतती रही है. इस सीट से मौजूदा विधायक नफीस अहमद हैं. 2012 में भी सपा से वसीम अहमद चुनाव जीते थे. इस सीट से अखिलेश यादव का खास कनेक्शन भी है. इस सीट पर अंतिम चरण में 7 मार्च को मतदान होने वाला है.
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पूर्व मंत्री दलसिंगार यादव को 1967, 1980 और 1991 में जीत मिली.
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सपा के टिकट पर पूर्व मंत्री वसीम अहमद 1996, 2002 और 2012 में जीते.
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1989 के चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी गोमती यादव ने जीत दर्ज की.
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1991 में जनता दल से दलसिंगार यादव अंतिम बार चुनाव जीते थे.
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1993 में बसपा के इरशाद अहमद ने राम लहर में भी जीत हासिल की.
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1996 के चुनाव में सपा से वसीम अहमद को सफलता मिली.
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2002 में भी वसीम अहमद ने जीत का रिकॉर्ड बरकरार रखा.
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2007 के चुनाव में बसपा के श्याम नारायण यादव चुनाव जीते थे.
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2012 में सपा से वसीम अहमद ने बसपा कैंडिडेट कमला यादव को शिकस्त दी.
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2017 के चुनाव में सपा के नफीस अहमद ने चुनाव जीता था.
UP Chunav 2022: आजमगढ़ जिले की सगड़ी विधानसभा सीट अहम है. इस क्षेत्र से घाघरा नदी गुजरती है. हर साल इलाके के लोग बाढ़ की त्रासदी झेलते हैं. इस इलाके में यातायात, उद्योग, सड़क की बड़ी समस्या है. यहां दलित और कुर्मी मतदाता गेमचेंजर की भूमिका में हैं. सगड़ी से कांग्रेस पांच बार जीत चुकी है. आज तक सगड़ी सीट से बीजेपी का खाता नहीं खुला है. यहां 7 मार्च को मतदान होगा.
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1951- स्वामी सत्यानंद- सोशलिस्ट पार्टी
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1953- विश्राम राय- सोशलिस्ट पार्टी
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1957- इंद्रभूषण गुप्ता- निर्दलीय
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1962- इंद्रासन सिंह- कांग्रेस
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1967- मुंशी नर्वदेश्वर लाल- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी
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1969- राम कुंवर सिंह- कांग्रेस
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1974- राम सुंदर पांडेय- कांग्रेस
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1977- रामजनम यादव- जनता पार्टी
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1980- पंचानन राय- कांग्रेस
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1985- रामजनम यादव- दलित मजदूर किसान पार्टी
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1989- पंचानन राय- कांग्रेस
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1991- बरखू राम वर्मा- बसपा
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1993- बरखू राम वर्मा- बसपा
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1996- रामप्यारे सिंह- सपा
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2002- मलिक मसूद- बसपा
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2007- सर्वेश सिंह सीपू- सपा
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2012- अभय नारायण पटेल- सपा
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2017- वंदना सिंह- बसपा
मुबारकपुर विधानसभा सीट से बसपा के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली विधायक हैं. हालांकि इस बार वह एआईएमआईएम के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं. उन्होंने 2017 में सपा के अखिलेश यादव को 688 मतों से हराया था. इससे पहले, 2012 में बसपा के शाह आलम, 2002 और 2007 में बसपा के ही चंद्र देव विधायक बने. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने अरविंद जायसवाल, सपा ने अखिलेश यादव, बसपा ने अब्दुल सलाम और कांग्रेस ने प्रवीन मंदे को प्रत्याशी बनाया है. यहां पिछली बार 60.84% मतदान हुआ था.
मेहनगर विधानसभा सीट से इस समय सपा के कल्पनाथ पासवान विधायक हैं. उन्होंने 2017 में सुभासपा की मंजू देवी को 5,412 मतों से हराया था. इस सीट पर 2017 में 52.24 प्रतिशत मतदान हुआ था. मेहनगर से 2012 में सपा के बृज लाल सोनकर, 2002 और 2007 में बसपा के विद्या चौधरी , 1996 में माकपा के रामजुग, 1993 में सपा के दरोगा और 1991 में बीजेपी के कल्पनाथ को जीत मिली थी. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने मंजू सरोज, सपा ने पूजा सरोज, बसपा ने पंकज कुमार और कांग्रेस ने निर्मला भारती को टिकट प्रत्याशी बनाया है.
आजमगढ़ सदर सीट से सपा के दुर्गा यादव लगातार पांच बार चुनाव जीते हैं. यहां से 1985 में दुर्गा प्रसाद यादव ने निर्दलीय चुनाव जीता. इसके बाद वह 1989 और 1991 में जनता दल के टिकट पर चुनाव जीते.1993 में बसपा के राजबली यादव विधायक बने. इसके बाद 1996 से 2017 तक सपा के दुर्गा यादव लगातार फिर से विधायक रहे. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने अखिलेश मिश्रा उर्फ गुड्डू , सपा ने दुर्गा प्रसाद यादव, बसपा ने सुशील कुमार सिंह और कांग्रेस ने प्रवीण कुमार सिंह को टिकट दिया है. पिछली बार यहां 57.05% मतदान हुआ था.
अतरौलिया विधानसभा सीट को पूर्वांचल में सपा का गढ़ माना जाता है. सपा के संस्थापक सदस्य रहे बलराम यादव यहां से पांच बार विधायक रह चुके हैं. अभी बलराम यादव के बेटे संग्राम यादव विधायक हैं. उन्होंने बीजेपी के कन्हैया को 2,467 मतों से हराया. यहां 2017 में 58.79 प्रतिशत मतदान हुआ था. 2007 के चुनाव में बसपा के सुरेंद्र प्रसाद मिश्र, 2012 के चुनाव में बलराम यादव के बेटे संग्राम यादव विधायक बने. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने सहयोगी निषाद पार्टी ने प्रशांत सिंह, सपा ने संग्राम सिंह यादव, बसपा ने डॉ. सरोज पांडेय और कांग्रेस ने रमेश चंद्र दुबे को टिकट दिया है.
निजामाबाद विधानसभा सीट से सपा के आलम बदी विधायक हैं. उन्होंने बसपा के चंद्रदेव राम को 18,529 मतों से हराया था. यहां 2017 में 55.09 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने मनोज यादव, सपा ने आलम बदी आजमी, बसाप ने पियूष सिंह यादव और कांग्रेस ने अनिल कुमार यादव को प्रत्याशी बनाया है.
फूलपुर पवई विधानसभा सीट से बीजेपी के अरुण विधायक हैं. उन्होंने बसपा के अब्दुल कुवैश को 7, 295 मतों से हराया था. यहां 2017 में 58.52 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहा से बीजेपी ने रामसूरत राजभर, सपा ने रमाकांत यादव, बसपा ने शकील अहमद और कांग्रेस ने मोहम्मद शाहिद को प्रत्याशी बनाया है.
दीदारगंज से बसपा के सुखदेव राजभर 2017 में विधायक बने. उन्होंने सपा के आदिल शेख को 3 हजार 645 मतों से हराया था. 2017 में यहां 54.87 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने कृष्ण मुरारी विश्वकर्मा, सपा ने कमलाकांत राजभर, बसपा ने भूपेंद्र सिंह मुन्ना और कांग्रेस ने अवधेश सिंह को प्रत्याशी बनाया है. इस सीट से 2012 में सपा के आदिल शकील विधायक बने थे.
लालगंज विधानसभा सीट से इस समय बसपा के आजाद अरीमर्दन विधायक हैं. उन्होंने बीजेपी के दारोगा को 2,227 मतों से हराया था. पिछली बार इस सीट पर 53.10 प्रतिशत मतदान हुआ था. यहां से इस बार बीजेपी ने नीलम सोनकर, सपा ने बेचई सरोज, बसपा ने आजाद अरिमर्दन और कांग्रेस ने पुष्पा भारती को प्रत्याशी बनाया है.