Barabanki vidhansabha chunav 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. यहां चार चरणों में चुनाव हो चुका है. जिसके बाद आज पांचवें चरण में मतदान शुरू हो चुका है. बाराबंकी की 6 विधानसभा सीटों मतदान के हर अपडेट को जाननें के लिए बने रहे प्रभात खबर के साथ…
साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने यहां की 5 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि एक सीट पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी. कुर्सी विधानसभा सीट पर 2012 में पहला चुनाव हुआ, जिसके सपा के फरदी महफूज किदवई ने जीत हासिल की. वहीं, 2017 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार सकेंद्र प्रताप वर्मा ने जीत हासिल की. उन्होंने सपा उम्मीदवार फरीद किदवई को 28,679 मतों के अंतर से हराया. कुर्सी विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या ज्यादा है. इस बार के चुनाव में भाजपा ने सकेंद्र प्रताप वर्मा, सपा ने राकेश कुमार वर्मा, बसपा ने मीता गौतम और कांग्रेस ने उर्मिला पटेल को टिकट दिया है.
रामनगर विधानसभा सीट को वीआईपी सीट कहा जाता है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां मतदाताओं ने एक बार जीतने के बाद किसी भी विधायक पर दोबारा भरोसा नहीं किया है. इस सीट पर किसी भी दिग्गज से दिग्गज नेता या किसी दल का एक छत्र राज नहीं रहा है. 2017 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार शरद कुमार अवस्थी ने जीत हासिल की थी. वहीं, 2012 में सपा के अरविंद कुमार सिंह गोप ने जीत दर्ज की थी. इस बार के चुनाव में भाजपा ने शरद कुमार अवस्थी, सपा ने फरीद महफूज किदवई, बसपा ने राम किशोर शुक्ला और कांग्रेस ने ज्ञानेश शुक्ला को टिकट दिया है.
बाराबंकी विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट मानी जाती है. इस सीट पर कुछ महत्वपूर्ण स्थान है. जैसे- महादेवा पर्यटन स्थल, पूर्णेश्वर महादेव, कुन्तेश्वर मंदिर, जो महाभारत काल से प्रसिद्ध है, यह सीट समाजवादियों का गढ़ रही है. कम्युनिस्ट पार्टी के रामचंद्र बख्श इस सीट से तीन बार जीत दर्ज कर चुके हैं. बसपा, भाजपा, कांग्रेस और सपा सभी का कभी न कभी विधायक चुना गया है. बाराबंकी सदर एकमात्र अकेली सीट थी, जिस पर सपा ने जीत दर्ज की थी. बाकी सभी सीटें वह हार गई. धर्मराज सिंह 2017 में जीत दर्ज कर दूसरी बार विधायक बने. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने राम कुमारी मौर्य, सपा ने धर्मराज सिंह उर्फ सुरेश यादव, बसपा ने डॉ. विवेक सिंह वर्मा और कांग्रेस ने रूही अरशद को प्रत्याशी बनाया है.
जैदपुर विधानसभा सीट परिसीमन से पहले मसौली विधानसभा सीट के रूप में जानी जाती थी. इस सीट पर मोहसिन किदवई के परिवार का लंबे समय तक दबदबा रहा था. इस सीट पर 2017 में भाजपा की जीत को हटा दें तो सपा का ही कब्जा रहा है. जैदपुर सीट से 2012 में सपा के रामगोपाल ने जीत हासिल की. 2017 में बीजेपी के उपेंद्र सिंह इस सीट पर खिलाने में कामयाब रहे. 2019 में इस सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसमें सपा के गौरव कुमार ने जीत हासिल की. इस बार के चुनाव में भाजपा ने अम्बरीष रावत, सपा ने गौरव रावत, बसपा ने ऊषा गौतम और कांग्रेस ने तनुज पुनिया को प्रत्याशी बनाया है.
हैदरगढ़ विधानसभा सीट हमेशा से ही कांग्रेस और भाजपा का गढ़ माना जाता है. यह सीट पूर्व विधायक सुंदरलाल दीक्षित और सुरेंद्र नाथ अवस्थी पुत्तू भैया के नाम से भी जानी जाती है. इस सीट के आरक्षित होने के बाद 2012 में सपा के राममगन और 2017 में बीजेपी के बैजनाथ रावत ने जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में भाजपा ने दिनेश रावत, सपा ने राम मगन रावत, बसपा ने श्रीचंद्र रावत और कांग्रेस ने निर्मला चौधरी को प्रत्याशी बनाया है.
दरियाबाद सीट पर हड़हा के राजा राजीव कुमार सिंह का काफी दबदबा रहा. 2017 के चुनाव में बदले परिसीमन और समीकरण के बाद भाजपा के युवा प्रत्याशी सतीश चंद्र शर्मा ने उन्हें पटखनी दी. इससे पहले 1996 से 2002 तक बीजेपी के टिकट पर और फिर 2007 से 2012 तक सपा के टिकट पर राजीव कुमार सिंह विधायक लगातार विधायक रहे. इस बार के चुनाव में भाजपा ने सतीश चंद्र शर्मा, सपा ने अरविंद सिंह गोप, बसपा ने जग प्रसाद रावत और कांग्रेस ने चित्रा वर्मा को टिकट दिया है.
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कुर्सी
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रामनगर
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बाराबंकी सदर
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जैदपुर(सुरक्षित)
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हैदरगढ़(सुरक्षित)
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दरियाबाद
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यादव – 80 हजार
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मुस्लिम – 65 हजार
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कुर्मी – 65 हजार
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रावत – 58 हजार
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ब्राह्मण – 45 हजार
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गौतम – 40 हजार
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अन्य पिछड़े – 20 हजार
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अन्य – 15 हजार
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कुल मतदाता 380419
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पुरुष मतदाता 203720
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महिला मतदाता 176699