UP Chunav 2022: महोबा जनपद की 2 विधानसभा सीटों मतदान खत्म हो गया है. शाम 5 बजे तक 62.02% हुई वोटिंग.
महोबा जिले में आल्हा-ऊदल की नगरी पान उत्पादन के लिए प्रचलित महोबा व प्राचीन नगरी चरखारी के नाम पर दो सीटें हैं. महोबा जिला बनने से पहले यह हमीरपुर जिले की एक तहसील हुआ करती थी. तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने 1995 में महोबा को अलग जिला बना दिया. महोबा जिले में दो विधानसभा सीटें हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में दोनों ही सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. महोबा विधानसभा सीट लंबे समय तक कांग्रेस के कब्जे में रही है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022
तीसरे चरण के अंतर्गत 16 जनपदों में पूर्वाह्न 11 बजे तक कुल औसतन मतदान 21.18% रहा।#ECI#विधानसभाचुनाव2022#AssemblyElections2022 #GoVote #GoVoteUP #GoVoteUP_Phase3 pic.twitter.com/dQmao2xfZm
— CEO UP #DeshKaMahaTyohar (@ceoup) February 20, 2022
2017 में बीजेपी के प्रत्याशी राकेश गोस्वामी सपा के सिद्ध गोपाल साहू को पराजित किया. 2012 के चुनाव में बहुजन समाज पार्टी ने दूसरी बार जीत दर्ज की थी. इस चुनाव में बसपा ने राजनारायण बुधौलिया ने सपा के सिद्ध गोपाल साहू को हराया था. 2002 में सपा के सिद्ध गोपाल साहू ने बसपा के चंद्र नारायण सिंह को हराकर जीत दर्ज की थी. महोबा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशी छोटे लाल मिश्रा ने 1991 में दर्ज की थी, जिसके बाद भाजपा इस सीट पर कोई जीत नहीं दर्ज सकी. अब 2017 में भाजपा ने इस सीट पर जीत दर्ज करके 25 साल का बनवास खत्म किया है.
विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस बार बीजेपी प्रत्याशी की जीत की डगर आसान नहीं है. बीजेपी प्रत्याशी राकेश गोस्वामी ब्राह्मण जाति से आते है तो वहीँ सपा ने इनके मुकाबले में कांग्रेस छोड़कर आये मनोज तिवारी को मैदान में उतारा है. बसपा ने सपा सरकार में मंत्री सिद्धगोपाल साहू के भाई संजय साहू को टिकट दिया है.
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कुल मतदाता:- 309532
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पुरुष मतदाता:- 168846
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महिला मतदाता:- 140679
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थर्ड जेंडर मतदाता:- 07
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महोबा सीट पर जातीय समीकरण
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ठाकुर – 18 हजार
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अनुसूचित जाति – 60 हजार
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ब्राह्मण -18 हजार
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बनिया- 12 हजार
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यादव- 15 हजार
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कुर्मी- 1500
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लोध- 9 हजार
लोध बाहुल्य चरखारी सीट पर भी भाजपा ने अपने वर्तमान विधायक बृजभूषण राजपूत को फिर से उम्मीदवार बनाया है. सांसद व विधायक रहे गंगाचरण राजपूत के बेठे बृजभूषण को सपा उम्मीदवार रामसजीवन टक्कर दे रहे हैं. हालांकि सपा में यहां भी टिकट वितरण को लेकर सवाल उठ चुके हैं. पहले यहां सपा ने अजेंद्र सिंह राजपूत को टिकट दिया था फिर रामसजीवन यादव को दे दिया. वहीं बसपा से विनोद राजपूत के उतरने से लोध वोट में सेंध लगने की बात कही जा रही है. ऐसे में चुनाव रोचक होगा। यहां कांग्रेस से निर्दोष दीक्षित हैं.