Mau Vidhan Sabha Chunav 2022 LIVE: मऊ की चार विधानसभा सीट पर खत्म हो गया मतदान, यहां पढ़ें हर अपडेट
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें चरण के 9 जिलों की 54 सीटों पर कुल 613 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं. इनके भाग्य का फैसला 2.06 करोड़ मतदाता करेंगे. पिछले चुनाव में इन 54 सीटों में से भाजपा ने 29, सपा ने 11, बसपा ने 6, अपना दल (एस) ने 4, सुभासपा ने 3 और निषाद पार्टी ने 1 सीट जीती थी.
5 बजे तक मऊ की चारों विधानसभा में पड़े मतदान…
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मधुबन : 53.78%
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घोसी : 54.98%
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मुहम्मदाबाद गोहना : 55.42%
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मऊ सदर : 55.86%
औसत मतदान : 55.04%
3 बजे तक मऊ की चारों विधानसभा में पड़े मतदान…
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मधुबन : 46.40%
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घोसी : 48.30%
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मुहम्मदाबाद गोहना : 46.12%
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मऊ सदर : 46.60%
औसत मतदान : 46.88%
1 बजे तक मऊ की चारों विधानसभा में पड़े मतदान…
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मधुबन : 37.90%
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घोसी : 37.85%
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मुहम्मदाबाद गोहना : 36.23%
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मऊ सदर : 36.33%
औसत मतदान : 37.08%
11 बजे तक मऊ की चारों विधानसभा में पड़े मतदान…
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मधुबन : 25.85%
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घोसी : 25.24%
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मुहम्मदाबाद गोहना : 24.50%
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मऊ सदर : 23.37%
UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें और अंतिम चरण में 9 जिलों की 54 सीटों पर सात मार्च को मतदान है. इस चरण में मऊ जिले की 4 विधानसभा सीटों पर भी वोट डाले जाएंगे. बीजेपी ने 2017 में यहां की तीन सीटों पर जीत दर्ज की थी.
मऊ में विधानभा सीटें
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मधुबन
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घोसी
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मुहम्मदाबाद गोहना
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मऊ सदर
मधुबन विधानसभा सीट
मधुबन विधानसभा सीट से 2017 में बीजेपी के दारा सिंह ने जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस के अमरेश चंद्र को 29,415 मतों से हराया. 2017 में यहां 56.68 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने रामविलास चौहान, सपा ने उमेश चंद्र पांडेय, बसपा ने नीलम सिंह कुशवाहा और कांग्रेस ने अमरेश चंद्र पांडेय को प्रत्याशी बनाया है.
मधुबन विधानसभा सीट का इतिहास
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1985 में जनता पार्टी को मिली जीत.
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1989 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की.
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1991 में भी कांग्रेस पार्टी को मिली जीत.
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1996 में समाजवादी पार्टी को जीत मिली.
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2012 में मधुबन सीट का परिसीमन हुआ.
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चुनाव में 2002, 2007 और 2012 में बसपा को जीत मिली.
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2017 में बीजेपी के दारा सिंह चौहान ने जीत हासिल की.
घोसी विधानसभा सीट
घोसी विधानसभा सीट से 2017 में बीजेपी के फागू चौहान ने जीत दर्ज की. उन्होंने बसपा के अब्बास अंसारी को 7,003 मतों से हराया था. यहां 2017 में 58.89 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने विजय राजभर, सपा ने दारा सिंह चौहान, बसपा ने वसीम इकबाल और कांग्रेस ने प्रियंका यादव को प्रत्याशी बनाया है.
घोसी सीट का सियासी इतिहास
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1985, 1991, 1996, 2002 और 2007 में भी फागू चौहान जीते थे.
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फागू चौहान के बिहार के राज्यपाल बनने पर 2019 में उपचुनाव हुए.
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2019 के उपचुनाव में बीजेपी के विजय राजभर को जीत मिली थी.
मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा सीट
मुहम्मदाबाद गोहना (सुरक्षित) विधानसभा सीट से बीजेपी के श्रीराम सोनकर विधायक हैं. उन्होंने 2017 में बसपा के राजेंद्र को 538 मतों से हराया था. इस सीट पर 2017 में 59.29 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने पूनम सरोज, सपा ने राजेंद्र कुमार, बसपा ने धर्म सिंह गौतम और कांग्रेस ने बनवारी राम को प्रत्याशी बनाया है.
मुहम्मदाबाद गोहना सीट का सियासी इतिहास
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2017- श्रीराम सोनकर- भाजपा
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2012- बैजनाथ- सपा
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2007- राजेन्द्र कुमार- बसपा
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2002- बैजनाथ- सपा
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1996- श्रीराम- भाजपा
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1993- फौजदार- बसपा
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1991- श्रीराम- भाजपा
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1989- फौजदार- बसपा
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1985- राम बदन- कांग्रेस
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1980- टापेश्वर- भाकपा
मऊ सदर विधानसभा सीट
मऊ सदर विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी विधायक हैं. उन्होंने 2017 में सुभासपा के महेंद्र को 8,698 मतों से हराया.यहां पिछली बार 60.15 प्रतिशत मतदान हुआ था. इस बार के चुनाव में यहां से बीजेपी ने अशोक सिंह, सपा ने अब्बास अंसारी, बसपा ने भीम राजभर और कांग्रेस ने माधवेंद्र सिंह को प्रत्याशी बनाया है.
मऊ सदर विधानसभा सीट का सियासी इतिहास
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2017, 2012, 2007, 2002, 1996 में मुख्तार अंसारी जीते.
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इस सीट पर साल 2002 से मुख्तार अंसारी काबिज हैं.
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बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारी 2012 में बसपा के भीम राजभर को हराया.
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2017 में मुख्तार अंसारी को सुभासपा के उम्मीदवार महेंद्र राजभर ने कड़ी टक्कर दी थी.
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कड़े मुकाबले में मुख्तार अंसारी ने महेंद्र राजभर को 8,698 वोट से हराया था.