UP Election 2022: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां जी-जान से तैयारियों में जुटी हुई हैं. इसी बीच एक युवक ने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है. इस युवक का नाम है भरत कात्यायन, जिन्होंने अपनी खुद की पार्टी बनायी है. उनकी पार्टी का नाम है नवयुवक दल. इस दल का गठन 2014 में हुआ था. अब यह दल यूपी में अपने संगठन का विस्तार कर रहा है.
नवयुवक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत कात्यायन का कहना है कि उनकी पार्टी का उद्देश्य युवाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक विकास करना है. युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ ही उनके कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करना है. भरत ने युवाओं को उनका हक दिलाने का दावा किया है. यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर वे काफी सक्रिय हैं. उनका कहना है कि वे यूपी की 121 विधानसभा सीटों पर अपना प्रत्याशी उतारेंगे.
आज के दौर में अधिकांश युवाओं का सपना होता है कि उन्हें विदेश में लाखों के पैकेज वाली नौकरी मिले ताकि उनका भविष्य उज्ज्वल हो सके. जबकि भरत कात्यायन ने विदेश में लाखों के पैकेज वाली नौकरी को ठुकराकर यूपी चुनाव में उतरने का मन बनाया है. अपनी बात को जन-जन तक पहुंचाने के लिए वे गांव-गांव घूम रहे हैं.
भरत कात्यायन का कहना है कि भारत युवाओं का देश है. यहां युवाओं की सबसे ज्यादा आबादी है. जीडीपी में भी उनका योगदान सबसे ज्यादा है. ऐसे में युवा देश का नेतृत्व क्यों नहीं कर सकते? उन्होंने कहा कि युवाओं को राजनीति में भीड़ बढ़ाने और कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है. यह दुर्भाग्य पूर्ण है कि युवाओं का सबसे ज्यादा शोषण किया जा रहा है.
नवयुवक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष भरत कात्यायन लखनऊ की बख्शी का तालाब विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेंगे. उनका कहना है वे देश की तस्वीर बदलना चाहते हैं. उनका मकसद राजनीति को जाति और धर्म की बेड़ियों से मुक्त करना है. वे पूरी ताकत और युवाओं के समर्थन के साथ आगामी चुनाव में उतरेंगे. उनका कहना कि डगर कठिन हैं, लेकिन नामुमकिन नहीं. उन्हें जनता का समर्थन मिल रहा है.
बता दें, भरत कात्यायन प्रधानमंत्री जनकल्याण योजना के युवा प्रभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं. उनका कहना है कि युवाओं के शोषण को रोकने की लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था. भरत निर्भया मामले में हुए विरोध प्रदर्शन में भी सक्रिय थे.
Posted By: Achyut Kumar