संजय निषाद की एंट्री, ओपी राजभर का यू-टर्न! क्या चुनाव से पहले पुराने सहयोगियों को साध रही है बीजेपी? पढ़ें
Up election 2022 latest update: यूपी चुनाव में छोटी पार्टियां बड़े दलों का गेम बिगाड़ने में सक्षम रहती है. इसी खतरे को देखते हुए बीजेपी लगातार छोटी पार्टियों से गठबंधन करने में जुटी है, जिससे आगामी चुनाव में परफॉर्मेंस बेहतर हो सके.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के अब कुछ ही महीने शेष है, ऐसे में सभी राजनीतिक दल रणनीति बनाने में जुट गई है. इसी कड़ी में बीजेपी लगातार अपने पुराने सहयोगियों को जोड़ने में लगी है. बताया जा रहा है कि अपना दल और निषाद पार्टी के बाद सुहेलदेव समाज पार्टी भी चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन कर सकती है.
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुहेलदेव समाज पार्टी के सुप्रीमो ओमप्रकाश राजभर ने इस बात के संकेत भी दिए. उन्होंने कहा कि हमारी कुछ शर्त हैं . अगर बीजेपी उसे मान लेगी, तो हम उनके साथ चुनाव में गठबंधन कर सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो ओपी राजभर ने यह बयान देकर बीजेपी से गठबंधन की पहल शुरू कर दी है.
छोटे दलों की महत्वपूर्ण भूमिका
यूपी में 403 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव में छोटे दलों की भूमिका महत्वपूर्ण रहती है. भले छोटी पार्टियां खुद से सीट जीत पाने में सक्षम नहीं रहती है, लेकिन ये पार्टियां कई सीटों पर जीत और हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. बीजेपी इसी के मद्देनजर इन दलों को जोड़ने में जुटी है.
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निषाद और अपना दल की एंट्री- यूपी में बीजेपी पहले निषाद पार्टी और अपन दल को साथ जोड़ चुकी है. ये दोनों दल पहले बीजेपी के साथ ही थी. अपना दल के मुखिया अनुप्रिया पटेल को बीजेपी ने केंद्र में मंत्री बनाया है, वहीं निषाद पार्टी के प्रमुख संजय निषाद को भाजपा ने विधानपरिषद के जरिए सदन में भेजा है.
इधर, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव भी छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन बनाने में जुट गए हैं. अखिलेश यादव रालोद सहित कई छोटी पार्टियों के संपर्क में है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में अखिलेश भी गठबंधन का ऐलान कर सकते हैं.