पंचायत चुनाव में अलग हुए दो भाई विधायकी चुनाव में हुए एक, सुरेश राही और रमेश राही की एक हुई ‘राह’
करीब छह महीने पहले पंचायत चुनाव में ब्लॉक में भाजपा विधायक सुरेश राही और उनके बड़े भाई रमेश राही के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद तो दोनों ही भाइयों के बीच में तल्खी बढ़ती गई.
Lucknow News: चुनाव आते ही रिश्तों में दरार आने की बात तो सभी करते हैं. मगर यूपी विधानसभा चुनाव ने एक दो भागों में बंटे हुए परिवार को एकजुट कर दिया है. मामला है सीतापुर के एक सियासी परिवार का. टिकट कट जाने के चलते दोनों भाई एक हो गए हैं. घर में खड़ी की गई दीवार भी गिरा दी गई है.
कुछ यूं आई परिवार में दूरी
जानकारी के मुताबिक, करीब छह महीने पहले पंचायत चुनाव में ब्लॉक में भाजपा विधायक सुरेश राही और उनके बड़े भाई रमेश राही के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. इसके बाद तो दोनों ही भाइयों के बीच में तल्खी बढ़ती गई. नतीजा, बंटवारे तक पहुंच गया. घर के बीच में दीवार खिंच गई. शहर के जेल रोड स्थित इस सियासी परिवार के अलग होने से स्थानीय राजनीतिक समीकरण भी बदल गए.
टिकट कटते ही बदले समीकरण
इधर से जैसे ही यूपी में विधानसभा चुनाव की घोषणा की गई. विधायक सुरेश राही ने हरगांव से टिकट के लिए समीकरण बनाना शुरू कर दिया. भाजपा ने उन पर भरोसा भी जताया. वहीं, उनके भाई रमेश राही सपा से टिकट मांग रहे थे. हवा भी यही थी कि उन्हें टिकट मिल जाएगा. मगर सपा ने चुनाव के समय भाजपा को छोड़कर सपा में आए पूर्व मंत्री रामहेत भारती को टिकट दे दिया.
समर्थकों में बेचैनी हुई कम
उधर, टिकट कटा और और इधर देखते ही देखते पासा उलटा हो गया. दोनों भाइयों के बीच की दीवार गिर गई. मन की दीवार के दरकते ही घर में चुनी दीवार भी गिर गई. अब दोनों भाई एक हो गए हैं. अब वर्तमान विधायक सुरेश राही और पूर्व विधायक रमेश राही मिलकर मतदाताओं से संवाद करेंगे. इससे उनके समर्थकों के लिए भी दिक्कतें कम हो गई हैं.