उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) के पहले बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने कांग्रेस पर करारा हमला बोला है. इसकी जड़ बना है कांग्रेस की ओर से जारी किया गया एक बुकलेट, जिसमें लिखा है कि मायावती सूटकेस में करोड़ों रुपये लेकर पार्टी का चुनाव टिकट बेचती हैं.
यही नहीं, कोई ज्यादा पैसे दे तो पहले का टिकट काटकर दूसरे को दे दिया जाता है. वे नोटों की माला पहनती थीं, जिसमें 18 से 21 करोड़ तक के नोट लगते थे. अपने ऊपर लगे इन आरोपों से मायावती बहुत नाराज हैं. उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि खुद को भारत की सबसे पुराना राजनीतिक दल बतानेवाली इस पार्टी की ऐसी बुरी हालत है कि वह अपनी रैलियों में दिहाड़ी मजदूर किराये पर लाती है.
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने अपने स्वास्थ्य पर कही जा रही बाताें को लेकर कहा है कि वह अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और पार्टी को किसी उत्तराधिकारी की कोई जरूरत नही हैं और भविष्य में पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले दलित नेता को ही उनका उत्तराधिकारी बनाया जाएगा. मायवती ने पत्रकारों से बातचीत में कहा- मेरा स्वास्थ्य अभी ठीक है, मुझे अभी किसी को भी अपना उत्तराधिकारी बनाने की जरूरत नही हैं. लेकिन जब मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहेगा तब मैं जरूर अपना उत्तराधिकारी घोषित करूंगी. मैं अभी फिट हूं और अनफिट होने में मुझे काफी वर्ष लगेंगे. पिछले दो वर्ष से कोरोना चल रहा है लेकिन कुदरत का शुक्र है कि मुझे कोरोना जैसी बीमारी भी नहीं हुई.
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मायावती ने कहा, लेकिन जब मैं अपना उत्तराधिकारी घोषित करूंगी तो वह केवल दलित वर्ग से ही होगा, जिन्होंने हर मुश्किल की घड़ी में मेरा और पार्टी का पूरी इमानदारी व पूरे तन मन धन से साथ दिया है. पार्टी में बड़े उतार चढ़ाव आये, लेकिन जो दलित वर्ग के लोग हैं वह टस से मस नही हुए. शुक्रवार को एक हिंदी समाचार चैनल पर बहुजन समाज पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा से मायावती के उत्तराधिकारी के बारे में पूछा गया था. उसी सवाल का जवाब मायावती ने दिया.
मायावती ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि जनसमर्थन खोने के बावजूद वह अफवाह फैला रही है और उनकी पार्टी को बदनाम कर रही है. कांग्रेस के प्रशिक्षण कार्यक्रमों में अपने कार्यकर्ताओं को बांटने के लिए कांग्रेस द्वारा जारी एक पुस्तिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि देश में अब कांग्रेस की हालत बेहद खराब है. उन्होंने आरोप लगाया, कांग्रेस तो रैलियों में दिहाड़ी पर लोगों को लाती है. जिस दिन कांग्रेस की रैली होती है, दिहाड़ी में काम करने वाले मजदूर बहुत खुश होते हैं और कहते हैं कि आज हमें काम नहीं करना पड़ेगा. यह कांग्रेस का भीड़ जुटाने की संस्कृति है. देश के साथ राज्यों में भी कांग्रेस की बहुत बुरी हालत है.
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस को लोकसभा और विधानसभा चुनावों में लड़ाने के लिए उम्मीदवार नहीं मिलते हैं और चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवारों को पैसे देने के लिए पूंजीपतियों की मदद लेनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का कोई जनाधार नहीं बचा है. मायावती का कांग्रेस पर यह हमला उन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया कि कांग्रेस ने पार्टी कार्यकर्ताओं को बांटने के लिए 24 पन्ने की एक पुस्तिका तैयार की है जिसमें विपक्षी दलों पर गलत तरीके से काम करने और राज्य को लूटने का आरोप है.
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कांग्रेस के मीडिया संयोजक अशोक सिंह ने बताया कि यह पुस्तिकाएं प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेने वाले दो लाख पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच वितरण के लिए हैं. सिंह ने बताया कि इसमें मीडिया और सोशल मीडिया में पार्टी के खिलाफ गलत सूचना अभियान कैसे चलाया जा रहा है और विपक्षी दलों, सपा और बसपा आदि ने राज्य को कैसे लूटा है, इसी के बारे में जानकारी दी गई है. कांग्रेस पर हमला बोलते हुए बसपा प्रमुख ने कहा कि पार्टी को विपक्षी दलों पर टिप्पणी करने के बजाय बुकलेट में अपनी कमियों का उल्लेख करना चाहिए था और पहले अपना घर व्यवस्थित करना चाहिए था. (इनपुट:भाषा)