Gorakhpur News: गोरखपुर में मानसून की दस्तक ने रोडवेज बसों की पोल खोलकर रख दी है. देखा जाए तो रोडवेज बसों का खस्ता हाल है. बारिश के दौरान रोडवेज की बसों में शीशों के टूटे होने की वजह से पानी बसों के अंदर आ रहा है. इतना ही नहीं हालात यह है कि गोरखपुर की रोडवेज बसों में यात्रियों को यात्रा के दौरान छाते का सहारा लेना पड़ रहा है क्योंकि बसों से पानी टपक रहा है.
वायरल वीडियो गुरुवार का है. वीडियो जनपद के गोला बाजार से प्रतिदिन सुबह 7 बजे चलने वाली रोडवेज बस की है. यह बस गोपालपुर, हरपुर चीनी मिल रोड, मलंहपार, खजनी होते हुए गोरखपुर जाती है. यात्रियों ने देखा कि बस की छतों से तेजी से पानी बस के अंदर आ रहा है. मजबूरी में यात्री बस में छाता लेकर चलने को मजबूर हो गए. बस में चलने वाले कुछ यात्रियों ने इसका विरोध भी किया. इस बस में अधिकतर लोग वही हैं जो सरकारी दफ्तरों में जाते हैं. स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक-शिक्षिकाएं सफर करती हैं. बारिश के दिनों में इस तरह की बसों में सफर करने में उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.
बस में यात्रा कर रहे एक यात्री ने बताया कि गोरखपुर डिपो की बस से हम सब सवार थे. रास्ते में तेज बारिश होने लगी. बस की खिड़की का शीशा पहले से ही टूटा हुआ था जिससे बौछार बस के अंदर आने लगी. इसके बाद बस की छत से पानी गिरने लगा. उन्होंने बताया कि लग ही नहीं रहा था कि हम बस में यात्रा कर रहे हैं. ऐसा लग रहा था कि खुले आसमान के नीचे चल रहे हैं. इसके बाद कुछ लोगों ने बस के अंदर ही छाता लगाकर पानी से बचने का प्रयास किया. इस मुद्दे को लेकर कुछ यात्रियों ने आपत्ति भी की लेकिन बस के ड्राइवर और कंडक्टर ने हाथ खड़े कर लिए. उन्होंने कहा कि बस के जर्जर होने की शिकायत वे लोग कई बार गोरखपुर परिवहन निगम के एआरएम से कर चुके हैं लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं होती है.
वीडियो का संज्ञान लेते हुए गोरखपुर परिक्षेत्र के रीजनल मैनेजर पीके तिवारी ने कहा कि बस की छत से बारिश का पानी टपकने का वीडियो संज्ञान में आया है. ऐसी बसों का संचालन करने पर रोक है. इसे तत्काल बंद कराया जाएगा. अगर बस में कोई दिक्कत है तो उसे वर्कशॉप ले जाकर उसका मरम्मत कराई जाएगी.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप