योगी सरकार देगी मुफ्त राशन, 14 करोड़ लोगों को मिलेगा अनाज, इस तरीके से होगा वितरण
पूरा यूपी कोरोना से कराह रहा है. संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन नई उंचाई को छू रहा है. इस भयंकर महामारी ने पूरे राज्य को खौफ के साये में जीने को मजबूर कर दिया है. कामकाज छोड़ लोग घरों में बंद है. ऐसे में राज्य के गरीबों को खाने की कमी न हो, उन्हें भूखे नहीं सोना पड़े इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार ने गरीब परिवारों को मुफ्त राशन देने की कवायद में जुटी है.
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14 करोड़ लोगों को मिलेगा मुफ्त राशन
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नोडल अफसर की निगरानी में होगा राशन वितरण
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सीएम योगी ने कहा- जरा भी कोताही बर्दाश्त नहीं होगी
पूरा यूपी कोरोना से कराह रहा है. संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन नई उंचाई को छू रहा है. इस भयंकर महामारी ने पूरे राज्य को खौफ के साये में जीने को मजबूर कर दिया है. कामकाज छोड़ लोग घरों में बंद है. ऐसे में राज्य के गरीबों को खाने की कमी न हो, उन्हें भूखे नहीं सोना पड़े इसके लिए प्रदेश की योगी सरकार ने गरीब परिवारों को मुफ्त राशन देने की कवायद में जुटी है.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत देश भर में मई और जून में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न (चावल/गेहूं) मुफ्त में दिया जा रहा है. इस योजना के तहत सूबे में साढ़े तीन करोड़ से अधिक राशनकार्ड धारकों पर साढ़े 14 करोड़ लोगों को प्रदेश सरकार मई और जून में प्रति व्यक्ति 5 किलो अतिरिक्त अन्न (चावल/गेहूं) मुफ्त में बांटेगी.
गौरतलब है कि पूरे यूपी में तीन करोड़ 55 लाख राशन कार्ड धारक हैं और साढ़े चौदह करोड़ लोगों को महीने में एक बार राशन बंटता है. प्रदेश का खाद्य विभाग साढ़े तीन करोड़ राशन कार्डों पर चाढ़े चौदह करोड़ लाभार्थियों को गेहूं दो रुपए किलो और चावल तीन रुपए किलो के सब्सिडाइज्ड रेट पर राशन देता है. प्रदेश की 80 हजार राशन की दुकानों के जरिए यह राशन हर महीने की 01 से 12 तारीख के बीच बांटा जाता है. इनके लिए साढ़े सात लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न का उठान हर महीने करना होता है.
नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट के तहत बंटने वाले इस राशन को फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) के गोदामों से लेकर प्रदेश में मौजूद 80 हजार सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के जरिए बांटा जाता है. प्रत्येक यूनिट पर तीन किलो गेहूं और दो किलो चावल वितरण के हर चक्र में मिलता है. हर महीने एक चक्र में यूपी में 75 लाख क्विंटल अनाज बांटा जाता है. राशन वितरण का यह कार्य हमेशा ही एक चुनौती भरा काम रहा है. अब कोरोना संकट के चलते इस कार्य को करने के लिए अधिक सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.
प्रदेश की प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद वीना कुमारी मीना ने कोरोना काल में गरीबों को पूरा राशन कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मिले, इसके लेकर खास रणनीति बनाई है. राशन वितरण के लिए हर राशन दुकान पर एक नोडल अधिकारी को रखा गया है जिसकी देखरेख में राशन वितरण होगा. राशन की दुकानों पर ई-पॉस मशीन से बायोमीट्रिक आथेन्टिफिकेशन के जरिए राशन बांटा जाएगा. बता दें, बीते साल लॉकडाउन के दौरान इसी तकनीक के जरिए राशन वितरित किया गया था.
बता दें, राशन वितरण को लेकर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहले ही अधिकारियों को खास निर्देश दे दिए है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि इस मामले में जरा भी कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी. बीती 16 अप्रैल को अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में सीएम ने साफ कर दिया था कि, प्रदेश सरकार मजदूरों, गरीब परिवारों को मदद के लिए मुफ्त में राशन देगी और इन सभी के खाते में पैसे भी डालेगी.
Posted by: Pritish Sahay