वाराणसी में गंंगा नदी में सुरक्षित डुबकी लगवाने का सरकार बना रही ‘सुपरप्लान’, पर्यटकों को मिलेगा समाधान
आमजन की इसी दिक्कत का समाधान देते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अब सुरक्षित तरीके से डुबकी लगाने का प्रबंध किया है. इसके लिए सरकार ने पर्यटन की नई पहचान बना खिड़किया (नमो) घाट पर फ्लोटिंग जेट पर बाथ कुंड, चेंजिंग रूम समेत कई सुविधा मुहैया कराने जा रही है.
Varanasi News: घाटों का शहर बनारस यहां गंगा नदी में स्नान और तैराकी दोनो के लिए भक्तों व प्रतिस्पर्धी हमेशा गंगा में डुबकियां लगाते नजर आते हैं. कभी-कभी अनहोनी की घटनाएं जब घटित होती हैं तो गंगा में डूबने की खबरों से लोगों के मन में एक भय बैठ जाता है कि बिना तैराकी सीखे गंगा में नहीं जाना चाहिये.
सुरक्षित तैराकी की होगी सुविधा
आमजन की इसी दिक्कत का समाधान देते हुए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अब सुरक्षित तरीके से डुबकी लगाने का प्रबंध किया है. इसके लिए सरकार ने पर्यटन की नई पहचान बना खिड़किया (नमो) घाट पर फ्लोटिंग जेट पर बाथ कुंड, चेंजिंग रूम समेत कई सुविधा जल्दी मुहैया कराने जा रही है. इसकी वजह से सुरक्षित तैराकी की सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी.
अन्य घाटों का करेंगे विकास
तकरीबन दो करोड़ की लागत से खिड़किया घाट के सामने गंगा में फ्लोटिंग जेटी ,बाथ और चेंजिंग रूम बनाया जाएगा. दो बाथ कुंड होगा जो करीब चार से पांच फीट गहरा होगा. इसके नीचे स्टेनलेस स्टील की जाली लगी होगी. इससे कोई डूबेगा नहीं. खिड़किया घाट पर पायलट प्रोजेक्ट के तहत जेटी लगायी जाएगी. यदि सफल रहा तो अन्य घाटों पर भी इसका प्रबंध कर के लगाया जाएगा.
फ्लोटिंग जेटी पर होगा बाथ कुंड
काशी में मां गंगा में स्नान और बाबा विश्वनाथ का दर्शन सदियों से सनातनी परंपरा रही है. तभी कहा गया है ‘चना चबैना गंगजल जो पुरवै करतार, काशी कबहुं न छोड़िये विश्वनाथ दरबार…अविरल व निर्मल मां गंगा का काशी में विशेष महात्म है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर उम्र और दिव्यांगजन के लिए गंगा में श्रद्धा की डुबकी लगाने लिए विशेष प्रबंध कर रही है. खिड़किया (नमो) घाट के सामने अविरल निर्मल गंगा की धारा में फ्लोटिंग जेटी पर बाथ कुंड बनाया जाएगा.
सुंदरता का भी रखा गया है खास ख्याल
वाराणसी स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक डॉ डी. वासुदेवन ने बताया कि करीब 2 करोड़ की लागत से खिड़किया घाट के सामने गंगा में फ्लोटिंग जेटी, बाथ और चेंजिंग रूम बनाया जाएगा. दो बाथ कुंड होगा जो करीब चार से पांच फीट गहरा होगा. इसके नीचे स्टेनलेस स्टील की जाली लगी होगी, जिससे कोई डूबे नहीं. पूरी जेटी दिव्यांगों के लिए अनुकूल रहेगी जिससे वे भी गंगा स्नान कर सकें. इसके अलावा 7 चेंजिंग रूम होंगे जिसमें 3 पुरुष, 3 महिलाओं और 1 वीआईपी चेंजिंग रूम होगा. बुलार्ड लाइट जेटी की खूबसूरती बढ़ाएगी. पर्यटकों की सुविधा के लिए जेटी पर क्रूज और अन्य बोट भी आ सकेंगी. किसी भी घटना, दुर्घटना से निपटने के लिए रिलीफ बोट भी जेटी के दोनों छोर पर रहेगी. जेटी पर खड़े होकर पर्यटक धनुषाकार घाटों और नवनिर्मित नमो घाट का खूबसूरत नजारा देख सकेंगे.
रिपोर्ट : विपिन कुमार सिंह