Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री राकेश सचान को कानपुर की एसीएमएम तृतीय कोर्ट ने दोषी करार देते हुए फैसला सुरक्षित कर लिया है. बता दे किउनके खिलाफ गिट्टी चोरी का मामला कोर्ट में विचाराधीन था.जिसमे कोर्ट में शनिवार को मंत्री राकेश सचान पेशी पर कोर्ट पहुंचे थे. हांलाकि राकेश सचान का कहना है कि उन्हें कोर्ट के फैसले के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
यूपी सरकार में मंत्री राकेश सचान के खिलाफ रेलवे की ठेकेदारी के दौरान गिट्टी चोरी होने पर आइपीसी की धारा 389 और 411 में मुकदमा दर्ज किया गया था. चोरी गई गिट्टी की बरामदगी भी हो गई थी. वही आज कोर्ट में पेशी के लिए उनको बुलाया गया था. ऐसे भी आरोप लगे कि कोर्ट में पेशी के दौरान जज के सामने ही उनके वकील ने कागज छीन लिए और कोर्ट से फरार हो गए.
बता दें कि राकेश सचिन कानपुर में किदवई नगर के रहने वाले है राकेश सचान ने अपनी राजनीति की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी.सबसे पहले वह 1993 और 2002 में वह घाटमपुर विधानसभा सीट से विधायक रहे और 2009 में उन्होंने फतेहपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीता था. उन्होंने बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद को करीब एक लाख वोटों से हराया था.राकेश सचान मुलायम सिंह और शिवपाल सिंह के बेहद करीबी माने जाते थे. वहीं सपा से उनकी तकरार हो गई तब उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया था.और 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने भाजपा का दामन थामा और भोगनीपुर सीट से चुनाव लड़े और जीत हासिल की. राकेश सचान वर्तमान में योगी कैबिनेट में एमएसएमई मंत्री है
वहीं राकेश सचान के कोर्ट से फरार और सजा होने पर समाजवादी पार्टी ने भी ट्वीट करके योगी सरकार पर तंज कसा है. सपा ने ट्वीट कर कहा कि सरकारी गिट्टी चोरी के मामले में आज भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री राकेश सचान को कोर्ट में दोषी करार दिया और सजा सुनाई,सजा सुनते ही मंत्री कोर्ट से फरार हो गए, अब योगी जी बताएं कि अपने इस सरकारी गिट्टीचोर फरार मंत्री के घर/द्वार/प्रतिष्ठान पर बुलडोजर कब चलाएंगे ? बताएं योगीजी!