यूपी में मंत्री संभालेंगे कामकाज, आनलाइन सेवाएं 15 अप्रैल से की जाएगी शुरू
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं को शुरू करने का निर्णय लिया लिया है. जिससे उत्तर प्रदेश की जनता को कुछ राहत मिल सकें. उत्तर प्रदेश में मरीजों के इलाज के लिये सरकारी व निजी अस्पतालों में आपातकालीन सुविधाएं शुरू होगी.
बलिया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुछ महत्वपूर्ण सेवाओं को शुरू करने का निर्णय लिया लिया है. जिससे उत्तर प्रदेश की जनता को कुछ राहत मिल सकें. उत्तर प्रदेश में मरीजों के इलाज के लिये सरकारी व निजी अस्पतालों में आपातकालीन सुविधाएं शुरू होगी. इसके लिये यूपी के सीएम योगी ने अपने सभी मंत्रियों को जिम्मेदारी सौपेंगे. यूपी सरकार के मंत्री और अफसर 15 अप्रैल से अपने-अपने दफ्तर में बैठना शुरू करेंगे. सभी मंत्री कार्यालय में अपना सामान्य काम शुरू करेंगे. इसके साथ ही महत्वपूर्ण ऑनलाइन सेवाएं भी शुरू कर दी जाएगी. कुछ सेवाएं शुरू करने से लोगों को थोड़ी बहुत राहत मिल सकती है.
लॉकडाउन को लेकर यूपी सरकार क्रेंद्र के दिशानिर्देशों का पालन करेगी. क्रेंद्र सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए निर्माण परियोजनाएं भी धीरे-धीरे शुरू करने की तैयारी की जा रही है. इसके साथ ही अस्पतालों में सामान्य इलाज की सुविधाएं भी शुरू कर दी जाएगी. यह सब काम सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही होगा. इस दौरान लोगों की भीड़ नहीं जुटने दी जाएगी. मुख्यमंत्री योगी ने रविवार की शाम अपने 19 कैबिनेट मंत्रियों के साथ बैठक कर लॉकडाउन के बाद की स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक बीमारी से लोगों की जान तो बचानी ही है, साथ ही उन सामान्य कामों को आगे बढ़ाने की जरूरत है. इसलिये हमने कुछ मंत्रियों की अध्यक्षता में कमेटी बनायी है.
उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य की कमेटी देखेगी कि निर्माण कार्य शुरू करते हुए कैसे एक्सप्रेस-वे व अन्य परियोजनाओं का काम किया जा सकता है. इसके लिये जहां मजदूर है वहीं, पर काम शुरू कराये जाने का निर्णय लिया गया है. ऑनलाइन पढ़ाई कैसे शुरू होगी इसकी देखरेख उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा की टीम करेगी. वहीं, वित्तमंत्री सुरेश खन्ना की कमेटी संसाधन बढ़ोतरी के काम देखेगी. वहीं, इसके साथ ही ऑनलाइन रजिस्ट्री कैसे शुरू हो सकती है. इस पर काम करेगी.
किसी भी पर्व पर नहीं होगा आयोजन
सीएम योगी ने कहा कि किसी भी पर्व पर कोई सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा. लॉकडाउन का हर हाल में पालन होगा.14 अप्रैल को आंबेडकर जयंती है. इस दिन सभी मंत्री व अधिकारी अकेले ही कार्यालय में उनके चित्र पर माल्यार्पण करेंगे. रमजान का महीना भी अब शुरू होगा. धर्मगुरुओं से अपील है कि किसी भी प्रकार का कार्यक्रम का अयोजन न करें. उन्होंने कहा कि अगर लॉकडाउन के दौरान किसी भी जगह पर कार्यक्रम का अयोजन किया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.