UP Gram Panchayat Sahayak Bharti: पंचायत सहायक को मिलेगी इतनी सैलरी, ग्राम प्रधान भी हो गए हैरान
एक तरफ जहां वर्तमान समय में ग्राम प्रधान साढ़े तीन हजार रुपये ही मानदेय पा रहे हैं, वहीं पंचायत सहायकों को छह हजार रुपये प्रतिमाह मिलेगा. यह मानदेय प्रधान ही ग्राम निधि के खाते से उपलब्ध कराएंगे.
UP Gram Panchayat Sahayak Bharti 2021: उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से नियुक्त किए गए पंचायत सहायकों को ग्राम प्रधान से ज्यादा सैलरी मिलेगी. सरकार ने पंचायत सहायकों के लिए छह हजार रुपये प्रति महीना का मानदेय निर्धारित किया है. वहीं ग्राम प्रधान को केवल साढ़े तीन हजार रुपये ही मिलते हैं. ग्राम प्रधान खुद ग्राम निधि के खाते से पंचायत सहायकों को मानदेय देंगे. इससे प्रधानों के अंदर निराशा का माहौल है. वह भी लंबे समय से अपना मानदेय बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार इस तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है.
ग्राम प्रधानों का कहना है कि उनका मानदेय बेहद कम है. वे ग्राम पंचायतों के विकास के लिए लगातार दिन रात मेहनत करते हैं, लेकिन इसके बाद उनको जो मानदेय मिलता है, वह अपमानित करने के समान है. हमने सरकार से कई बार मानदेय बढ़ाने की मांग की, लेकिन सरकार उनकी बात नहीं सुन रही है.
लोगों को पंचायत भवन में सरकार की सभी सुविधाओं का लाभ मिले, इसके लिए सरकार ने मानदेय के आधार पर पंचायत सहायकों/डाटा एंट्री ऑपरेटर की नियुक्ति 11 माह के लिए की है. अगर सेवा संतोषजनक पायी गई तो उन्हें आगे भी नवीनीकृत किया जाएगा. सरकार ने पंचायत सहायकों को नियुक्त करने के लिए इंटर पास की योग्यता निर्धारित की थी, जिन्हें सभी काम कम्प्यूटर पर करने हैं. अधिकांश पंचायत सहायकों को कम्प्यूटर की जानकारी नहीं है. ऐसे में वे अपने काम को करने में कितना सफल होंगे, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
Also Read: UP Panchayat Sahayak Recruitment 2021: पंचायत सहायक भर्ती की मेरिट लिस्ट तैयार, जानें कैसे करें चेक
बता दें, उत्तर प्रदेश में पंचायत सहायक/डाटा एंट्री के 58 हजार 189 पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई है. चयनित पंचायत सहायकों को दो महीने का प्रशिक्षण दिया जाएगा. यह प्रशिक्षण जिला स्तर पर आयोजित होगा. इसमें ग्राम पंचायत के क्रियाकलाप, उनके अधिकार व जिम्मेदारियों के बारे में पंचायत सहायकों को जानकारी दी जाएगी. पंचायत सहायकों की इस भर्ती में त्रि-स्तरीय पंचायत व्यवस्था का आरक्षण लागू किया गया, जिससे महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिला. अनारक्षित पदों पर भी मेरिट के आधार पर महिलाओं का चयन हुआ है.
पंचायत सहायकों की भर्ती के लिए यह भी प्रावधान किया गया था कि जिस वर्ग या जाति के लिए ग्राम पंचायत आरक्षित है, वहां उसी वर्ग या जाति का पंचायत सहायक चयनित किया जाएगा. इसलिए कहीं-कहीं यह भी संयोग बन सकता है कि जिला पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, ग्राम प्रधान और पंचायत सहायक सभी महिलाएं ही होंगी.
Posted by: Achyut Kumar