Lucknow News : स्वास्थ्य के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश ने एक जोरदार छलांग लगाई है. यह साबित कर रहा है राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एनएफएचएस)-5 का आंकड़ा. एनएफएचएस सर्वेक्षण हर पांच वर्ष बाद किया जाता है. इसके पहले वर्ष 2015-16 में सर्वे हुआ था.
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एन.एफ.एच.एस.-5 2020-21 के सर्वेक्षण का आंकड़ा जारी
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संस्थागत प्रसव 67.8 प्रतिशत से 83.4 प्रतिशत पहुंचा
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परिवार नियोजन साधनों की उपयोगिता 45.5% से 62.4% हुई
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दस्त संक्रमण दर 15 प्रतिशत से घटकर 5.6 प्रतिशत हुई
इस संबंध में मातृ स्वास्थ के महाप्रबंधक टीकाकरण डॉ मनोज शुक्ल ने बताया, ‘मातृ स्वास्थ्य में यूपी में काफी अच्छा काम हुआ है. इसके लिए समस्त स्वास्थ्य टीम को शुभकमाएं देता हूं. अपने प्रदेश में टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़ी है वहीं. टीकाकरण के कार्य में लगे सभी सदस्यों को पुनः बधाई देता हूं. एक बेहतर टीम के बदौलत ही यूपी में टीकाकरण का ग्राफ बढ़ा है.’
वहीं, आरबीएसके व आरकेएसके के महाप्रबंधक डॉ वेद प्रकाश ने कहा, ‘बाल स्वास्थ्य के लिए प्रदेशवासी पहले से ज्यादा संजीदा हुए हैं. नवजात की देखभाल के प्रति लोगों में पहले भ्रांतियां और संदेह व्याप्त रहता था. ऐसे में योजनाओं को व्यवहारिक रूप से लागू करने में दिक्कत आती थी लेकिन अब इसमें गिरावट आई है. बाल स्वास्थ्य से जुड़े समस्त अधिकारी, कर्मचारी और स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुनः बधाई के पात्र हैं.’
https://youtu.be/meeuCaRcdjw
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