इसे मरीज का हौसला कहिए या फिर बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सुपर स्पेशियलिटी कांपलेक्स के चिकित्सकों का सुपर इलाज, देश का सबसे उम्रदराज मरीज कोरोना को मात देने में सफल रहा है. यह मरीज हैं, 103 साल के बाबा शिवशंकर भारती जो ललिता घाट पर रहते हैं. चिकित्सकों के मुताबिक प्रदेश ही नहीं देश में अबतक इतनी उम्र का मरीज कोरोना संक्रमण से ठीक नहीं हुआ था.
बाबा भारती को गत 13 दिसंबर को बीएचयू सुपर स्पेशियलिटी कांपलेक्स में भर्ती कराया गया था. उनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी. कोविड नोडल अधिकारी प्रो. केके गुप्ता ने बताया कि बाबा को पुणे में एक अस्पताल में इलाज के दौरान संक्रमण हो गया था. पुणे से वाराणसी लाने के बाद उन्हें बीएचयू सुपर स्पेशियलिटी कांपलेक्स में भर्ती कराया गया था.
Also Read: आखिर फहीम पाकिस्तानी है कौन जिसने चुन्नीलाल के जमानत के लिए जज को दी थी धमकी, पुलिस दबोचने में जुटी
बीएचयू अस्पताल के डिप्टी एमएस प्रो. सौरभ सिंह ने बताया कि सात दिनों तक इलाज के दौरान बाबा के सेहत की लगातार निगरानी की गई. उन्होंने बताया कि 103 साल की उम्र में कोरोना को मात देने वाले शिवशंकर प्रदेश ही नहीं देश के पहले मरीज हैं. अस्पताल में भर्ती के दौरान उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं हुई. शनिवार को उन्हें डिस्चार्ज किया गया, अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं. डिस्चार्ज के मौके पर वहां मौजूद चिकित्सकों, अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों ने ताली बजाकर बाबा का उत्साह बढ़ाया.
बता दें, चिकित्सकों का मानना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान मरीज का मनोबल ऊंचा होने से उसे ठीक करने में मदद मिलती है. बाबा शिव शंकर भारती ने ऐसा ही किया. सभी चिकित्सकीय निर्देशों का पालन किया और इतनी अधिक उम्र के बावजूद एक हफ्ते में संक्रमण को पराजित कर देश में इतिहास रच दिया.
Posted By : Amitabh Kumar